Search on Label :: लोकसभा चुनाव 2019 :: | India Khabar
BREAKING
Loading...
Showing posts with label लोकसभा चुनाव 2019. Show all posts
Showing posts with label लोकसभा चुनाव 2019. Show all posts

राहुल ने पीएम मोदी पर फिर साधा निशाना, कहा- सारे मोदी चोर, देश की जनता का पैसा लेकर भागे !

No comments

30 April 2019


भोपाल। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने मंगलवार को एक चुनावी रैली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर एक बार फिर निशाना साधते हुए कहा कि सारे मोदी चोर हैं। देश की गरीब जनता के करोड़ों रुपए लेकर विदेश भाग गए। 




राहुल ने कहा कि मोदी सरकार के लोग इस मामले में मेरे खिलाफ सुप्रीम कोर्ट पहुंचे हैं। लेकिन मैं सिर्फ चौकीदार कहता हूं, जनता अपने आप चोर कहने लगती है। राहुल ने कहा कि चौकीदार ने करोड़ों रुपए 15 चोरों को दे दिया। 

बता दें कि राहुल मंगलवार को मध्यप्रदेश में टीकमगढ़ के जतारा में जनसभा करने पहुंचे थे। उन्होंने कहा- 'भाजपा ने चुनाव आयोग में मेरी शिकायत की है कि मुझे 'चौकीदार' शब्द का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। पिछले पांच सालों में चौकीदार ने जमकर गरीबों से पैसा खींचा। इस पैसे को अंबानी, माल्या और नीरव मोदी जैसे 15 चोरों को दे दिया।'



कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा- 'मोदी ने लोगों के खाते में 15 लाख डालने का वादा किया था। उन्होंने 15 लोगों का पांच लाख करोड़ का कर्जा माफ किया। लेकिन गरीबों के खाते में पैसे नही डाले। हम बुंदेलखंड के लोगों के खाते में 72 हजार रुपए डालेंगे। हम 25 करोड़ गरीबों को हर साल 72 हजार रुपए देंगे। ये पैसा घर की महिला के अकाउंट में आएगा।'


अंबानी, मोदी-माल्या किसी को नहीं छोड़ेंगे:  राहुल ने कहा- 'नोटबंदी के बाद विजय माल्या, नीरव मोदी और अंबानी जैसे अमीर लोग लाइन में नहीं लगे, बल्कि बुंदेखलंड के गरीब लोग अपने पैसे के लिए कतार में लगे रहे। मैं अंबानी, नीरव मोदी, माल्या किसी को भी नहीं छोडूंगा। हम न्याय योजना के जरिए देश की अर्थव्यवस्था को चालू करने का काम करेंगे। कांग्रेस की सरकार बनते ही युवाओं के लिए रोजगार के अवसर खुल जाएंगे और लोग अपने तरीके से जिंदगी जी सकेंगे।'


बता दें कि इससे पहले भी राहुल अपनी जनसभाओं में 'सारे मोदी चोर हैं' जैसे बयान दे चुके हैं। इस बयान को लेकर भाजपा नेता और बिहार के उप-मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने राहुल के खिलाफ मानहानि का केस दर्ज कराया है। इस मामले में पटना कोर्ट ने राहुल के खिलाफ समन भी पेश किया है। उन्हें 20 मई को अदालत में पेश होने कोे कहा गया है।

राहुल गांधी की नागरिकता पर BJP ने उठाए सवाल, प्रियंका बोलीं- 'पूरा देश जानता है कि राहुल हिंदुस्तानी हैं'

No comments

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी की नागरिकता पर विवाद गहरा गया है। राज्यसभा सांसद सुब्रह्मण्यम स्वामी की शिकायत पर गृह मंत्रालय ने राहुल को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है। वहीं, भारतीय जनता पार्टी ने भी पूछा है कि राहुल देश को बताएं कि वो अंग्रेज हैं या भारतीय हैं।


बीजेपी ने राहुल गांधी की नागरिकता पर तंज करते हुए यह भी पूछा कि कौन से राहुल ओरिजनल हैं, लंदन वाले या लुटियंस वाले? हालांकि, बीजेपी के इन आरोपों को कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने बकवास बताया है।

राहुल गांधी को भेजे गए गृह मंत्रालय के नोटिस पर मंगलवार को बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने दिल्ली में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि बैकऑप्स लिमिटेड नाम की कंपनी 2003 में इंग्लैंड में रजिस्टर्ड कराई गई। राहुल गांधी इस कंपनी के निदेशक और सचिव थे। 

संबित पात्रा ने दावा किया कि इस कंपनी के दस्तावेजों में राहुल ने खुद को ब्रिटिश नागरिक बताया है और इन्हीं दस्तावेजों के आधार पर गृह मंत्रालय से शिकायत की गई है। पात्रा ने बताया कि ये दस्तावेज खुद राहुल गांधी ने सत्यापित किए हैं।


इधर, बीजेपी के इन आरोपों को कांग्रेस महासचिव व राहुल गांधी की बहन प्रियंका गांधी ने बकवास बताया है। प्रियंका ने कहा है कि मैंने इतना बड़ा बकवास कभी नहीं सुना है। राहुल यहीं पैदा हुए हैं और उनकी परवरिश भी यहीं हुई है। पूरा हिंदुस्तान जानता है कि राहुल हिंदुस्तानी हैं।

इससे पहले संबित पात्रा ने दावा किया, '2003 में बैकऑप्स लिमिटेड नाम की कंपनी यूके में रजिस्टर्ड हुई और फिर 2009 में बंद हो गई। राहुल गांधी इस कंपनी के निदेशक, प्रमोटर और सचिव रहे हैं।' संबित के मुताबिक 10 अक्टूबर 2005 को कंपनी के वार्षिक रिटर्न में बताया गया कि कंपनी में 65 फीसदी के शेयरहोल्डर राहुल गांधी हैं। 

पात्रा ने दावा किया कि इसी दस्तावेज में राहुल गांधी ने बताया है कि मैं ब्रिटिश नागरिक हूं। कंपनी के दस्तावेजों का हवाला देते हुए संबित पात्रा ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी ने खुद को अंग्रेज बताया है और यह दस्तावेज उनके द्वारा सत्यापित हैं। ऐसे में देश राहुल गांधी से जानना चाहता है कि आप अंग्रेज हैं या भारतीय हैं।


बहरहाल, बीजेपी के इन आरोपों को तो प्रियंका गांधी ने बकवास बता दिया है, लेकिन गृह मंत्रालय ने जो नोटिस राहुल गांधी को नोटिस भेजा है। उसके जवाब में राहुल को आधिकारिक तौर पर जरूर तथ्यात्मक जानकारी देनी होगी कि ब्रिटिश नागरिकता की सच्चाई क्या है।

वाराणसी में 'चौकीदार' के खिलाफ 'जवान' को SP-BSP गठबंधन ने दिया टिकट... अंतिम समय में बदला प्रत्याशी, जानिए BSF से क्यों बर्खास्त हुए थे तेज बहादुर!

No comments

29 April 2019


लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने वाराणसी लोकसभा सीट से अंतिम समय में अपना उम्मीदवार बदल दिया है। सपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोेदी के खिलाफ अब बर्खास्त बीएसएफ जवान तेज बहादुर को टिकट दिया है। तेज बहादुर जवानों को मिलने वाले खाने की खराब गुणवत्ता का एक वीडियो जारी कर चर्चा में आए थे। उन्होंने पहले ही वाराणसी से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था। 



इससे पहले सपा ने इस सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री श्यामलाल यादव की बहू शालिनी यादव को उम्मीदवार बनाया था। शालिनी नामांकन भी दाखिल कर चुकीं हैं। वहीं कांग्रेस ने इस सीट से दोबारा अजय राय को टिकट दिया है।


बता दें कि 2017 में बीएसएफ के जवान तेजबहादुर यादव का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने जवानों को मिलने वाले खराब खाने के बारे में बताया था। वीडियो में तेजबहादुर यादव ने खाने की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए थे। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और बीएसएफ से मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी।




इस बीच तेजबहादुर ने वीआरएस के लिए अप्लाई किया था, जिसे स्वीकार नहीं किया गया। बल्कि उन्हें निर्देश दिया गया कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, वे बीएसएफ नहीं छोड़ सकते। इसके विरोध में तेज बहादुर राजौरी स्थित मुख्यालय में भूख हड़ताल पर बैठ गए थे।


इसके बाद 19 अप्रैल को तेज बहादुर को बीएसएफ से बर्खास्त कर दिया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक बीएसएफ ने जांच के बाद तेज बहादुर यादव को नौकरी से निकालने का फैसला किया था। उन पर सीमा सुरक्षा बल का अनुशासन तोड़ने को लेकर जांच की गई थी और फिर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था। 




बर्खास्त होने के बाद तेज बहादुर ने कहा था कि वह न्याय के लिए लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा था कि उनकी लड़ाई सारे सैनिकों के लिए है। 


हरियाणा के राताकलां गांव के रहने वाले तेज बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों की फैमिली से है। उनके पिता शेर सिंह बताते हैं कि तेज बहादुर के दादा ईश्वर सिंह सुभाष चंद्र बोस के साथ रहते थे। हरियाणा सरकार ने उन्हें ताम्र पत्र देकर सम्मानित भी कर रखा है।

राहुल गांधी अमेठी से चुनाव हारे तो छोड़ दूंगा राजनीति : नवजोत सिद्धू

No comments

नई दिल्ली। सियासी गलियारों में अपने बयानों से अक्सर हलचल मचाने वाले कांग्रेस नेता और पंजाब सरकार में मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू का एक बार फिर से बड़ा बयान सामने आया है। रविवार को पत्रकारों से बात करते हुए पूर्व क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू ने कहा है कि यदि राहुल गांधी अमेठी से लोकसभा चुनाव हार जाते हैं तो वे राजनीति छोड़ देंगे।



सिद्धू ने जोर दिया कि लोगों को यूपीए प्रमुख व रायबरेली से सांसद सोनिया गांधी से राष्ट्रवाद सीखना चाहिए। बता दें कि बीजेपी छोड़ने के बाद सिद्धू ने कांग्रेस के टिकट पर विधानसभा चुनाव लड़ा था जिसके बाद उन्हें पंजाब सरकार में मंत्री बनाया गया था।


पूर्व क्रिकेटर व कांग्रेस के स्टार प्रचारक ने बीजेपी नेताओं के उन आरोपों का खंडन किया जिसमें उन्होंने कहा था कि, कांग्रेस के 70 वर्ष के कार्यकाल में कोई विकास नहीं हुआ। 


सिद्धू ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि, जो भी उनके लिए ईमानदार हैं उसे राष्ट्रवादी कहा जाता है और जो ऐसा नहीं करता वह एंटी नेशनलिस्ट कहा जाता है। सिद्धू ने आरोप लगाते हुए कहा कि राफेल डील बीजेपी के चुनाव हारने का कारण बन सकती है।

वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ने को लेकर प्रियंका गांधी ने तोड़ी चुप्पी... बताया- मोदी के खिलाफ इसलिए नहीं उतरी मैदान में !

No comments

28 April 2019


नई दिल्ली। वाराणसी लोकसभा सीट से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ने को लेकर कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने पहली बार बयान दिया है। प्रियंका ने कहा कि उनके कंधों पर पूरे यूपी में प्रचार की जिम्मेदारी है। कुल 41 सीटों पर पार्टी को जिताने का जिम्मा है। ऐसे में एक स्थान पर रहकर चुनाव लड़ना संभव नहीं था।


बता दें कि 28 मार्च को रायबरेली में कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के लिए प्रचार करने पहुंचीं प्रियंका गांधी से जब कार्यकर्ताओं ने चुनाव लड़ने की मांग की तो उन्होंने पलटकर कार्यकर्ताओं से ही पूछ लिया कि वाराणसी से चुनाव लड़ूं क्या? प्रियंका के इस बयान के बाद से राजनीतिक गलियारे में इस बात की चर्चा होने लगी थी कि प्रियंका वाराणसी से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ सकती हैं।

इस बात को और बल तब मिला था जब कांग्रेस प्रवक्ता और एमएलसी दीपक सिंह ने भी दावा किया था कि प्रियंका गांधी का वाराणसी से चुनाव लड़ना लगभग तय है। दीपक ने कहा था कि प्रियंका ने वाराणसी से चुनाव लड़ने का मन बना लिया है। एक-दो दिन में बनारस से नामांकन करने के प्रक्रिया शुरू की जाएगी।


हालांकि, इन चर्चाओं के बीच प्रियंका लगातार कहती रहीं कि वह वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं, लेकिन बस पार्टी की हां का इंतजार है। प्रियंका के वाराणसी से चुनाव लड़ने को लेकर उनके पति रॉबर्ट वाड्रा ने भी कहा था कि प्रियंका गांधी वाराणसी से चुनाव लड़ने के लिए तैयार हैं।

गौरतलब है कि वाराणसी लोकसभा सीट देश की सबसे वीवीआईपी सीटों में से एक है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2014 में इसी सीट से जीतकर संसद पहुंचे थे और 2019 में एक बार फिर वह इस सीट से किस्मत आजमा रहे हैं।

प्रियंका के वाराणसी से चुनाव लड़ने की चर्चाओं पर विराम 25 अप्रैल को लगा जब कांग्रेस ने अजय राय को यहां से टिकट दिया। कांग्रेस ने इससे पहले 2014 में भी अजय राय को प्रत्याशी बनाया था, लेकिन वो अपनी जमानत भी नहीं बचा सके थे। 

फैसला खुद प्रियंका गांधी का:  कांग्रेस नेता सैम पित्रोदा ने प्रियंका गांधी के वाराणसी से पीएम मोदी के खिलाफ चुनाव नहीं लड़ने की वजह साफ की थी। उन्होंने कहा कि वाराणसी से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला खुद प्रियंका गांधी का था। प्रियंका गांधी के चुनाव नहीं लड़ने के निर्णय के संबंध में जब पत्रकारों ने पूछा तो पित्रोदा ने बताया कि पार्टी अध्यक्ष (राहुल गांधी) ने चुनाव लड़ने का अंतिम फैसला उनके (प्रियंका गांधी) के ऊपर छोड़ दिया था।

पित्रोदा ने बताया कि उन्होंने फैसला किया कि उनके पास कई तरह की जिम्मेदारियां हैं। एक सीट पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय उन्होंने अपने हाथ में जो जिम्मेदारियां ले रखी हैं, उस पर फोकस करेंगी। पित्रोदा ने कहा कि इसलिए अंतिम निर्णय प्रियंका का ही था और उन्होंने चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया।


बता दें कि लोकसभा चुनाव में पूर्वी यूपी में कांग्रेस का बेड़ा पार कराने के लिए पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपनी बहन प्रियंका गांधी को बड़ी जिम्मेदारी दी है। पीएम मोदी और योगी आदित्यनाथ के गढ़ कहे जाने वाले पूर्वांचल की जिम्मेदारी प्रियंका गांधी के हाथों में हैं।

प्रियंका जिन 41 सीटों की जिम्मेदारी की बात कर रही हैं उनमें से 26 सीटें पूर्वांचल की हैं। यहां पार्टी को उनसे काफी उम्मीदें है। पार्टी की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए प्रियंका यूपी में जमकर प्रचार कर रही हैं। उनकी मेहनत कितना रंग लाती है ये तो 23 मई को ही मालूम पड़ेगा जब चुनावी नतीजे आएंगे।

चुनाव प्रचार करने UP गए कैबिनेट मंत्री रविंद्र चौबे को आया हार्ट अटैक... लखनऊ के पीजीआई अस्पताल में हुए भर्ती

No comments

27 April 2019


रायपुर। छत्तीसगढ़ के कृषि व संसदीय कार्य मंत्री रविन्द्र चौबे को लखनऊ में दिल का दौरा पड़ा है। वे चुनाव प्रचार के लिए यूपी गए हुए थे। इसी दौरान वहां उनकी तबीयत बिगड़ने पर स्थानीय मेडिकल कॉलेज में उपचार के लिए दाखिल कराया गया। 




हार्ट अटैक आने पर चौबे को पहले लखनऊ के सहारा अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद हालत नाजुक होने से उन्हें एयर एंबुलेंस से गुड़गांव स्थित मेदांता अस्पताल ले जाने की तैयारी चल रही थी, लेकिन हालत में सुधार के बाद उन्हें लखनऊ के पीजीआई में भर्ती किया गया है।

आपको बता दें कि चौबे शुक्रवार को चुनाव प्रचार के सिलसिले में रायबरेली और अमेठी के दौरे पर थे। देर शाम वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ लखनऊ लौटे थे। तब उनकी तबीयत ठीक नहीं थी। शनिवार तड़के उन्होंने बैचेनी की शिकायत की और फिर बेहोश हो गए। तब बिलासपुर के विधायक शैलेष पांडेय उनके साथ ही मौजूद थे। 




कांग्रेस प्रवक्ता आरपी सिंह के मुताबिक, चौबे को सीने में दर्द के साथ माइनर हार्ट अटैक आया है। पिछले दो दिनों से उनकी तबीयत नासाज चल रही थी। डॉक्टरों ने कहा है, घबराने की कोई बात नहीं है। 

चौबे के परिजनों को रायपुर से विशेष चार्टड प्लेन से लखनऊ ले जाया गया है। सीएम बघेल के अलावे मंत्री मोहम्मद अकबर इस वक्त उनके साथ मौजूद हैं। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के साजा विधानसभा से विधायक रविंद्र चौबे कांग्रेस पार्टी में बेहद कद्दावर नेता माने जाते हैं। वे आठ बार विधानसभा का चुनाव जीत चुके हैं।

खास खबर: छत्तीसगढ़ के इस पोलिंग बूथ में महज आधे घंटे में पड़े 150 फीसदी वोट.. जानिए क्या है वजह!

No comments

23 April 2019


कोरिया। छत्तीसगढ़ में आज तीसरे चरण के तहत 7 सीटों पर मतदान संपन्न हुआ।  प्रदेश के कोरिया जिले में एक मतदान केन्द्र ऐसा भी था, जहां मतदान शुरू होने के आधे घंटे में ही मतदान खत्म हो गया। यहां 150 फीसदी वोट पड़े।   




दरअसल, कोरबा लोस सीट के अंतर्गत छग का सबसे छोटा मतदान केंद्र कोरिया जिले के शेरा डांड़ में बनाया गया है। इस बूथ में केवल चार मतदाता हैं। कोई मतदाता न छूटे, इसलिए पत्तों की झोपड़ी और पंडाल में यहां अस्थाई मतदान केन्द्र बनाया गया। 

इस केन्द्र में सुबह 7 बजते ही मतदान शुरू हो गया। साढ़े 7 बजते-बजते यहां मतदानकर्मियों समेत कुल 6 वोट पड़ चुके थे। खास बात तो यह है कि यहां मतदाताओं से दुगुने यानी करीब 10 लोगों की ड्यूटी लगाई गई है वोटिंग कराने के लिए। 4 मतदानकर्मी और 6 सुरक्षाकर्मी। 



बता दें कि छत्तीसगढ़ की सीमा पर लरामपुर के करीब बसा यह गांव भरतपुर-सोनहत विधानसभा का हिस्सा है। यहां केवल एक ही परिवार रहता है। यह प्रदेश का सबसे कम वोटरों वाला पोलिंग बूथ है। 



सेराडांड गांव में रहने वाले 4 वोटरों में से तीन लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं। यह गांव, ग्राम पंचायत चंदहा से करीब 12 किमी दूर है। जंगल और पहाड़ों के बीच ऊबड़-खाबड़ रास्तों से होकर मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए इन मतदाताओं को काफी मुश्किलें उठानी पड़ती थीं। लिहाजा आयोग ने यहां भी बूथ बना दिया। 


गांव में कोई भी सरकारी भवन नहीं होने से परेशानी इस बात की थी कि बूथ कहां बनाएं। इसके लिए भी तरकीब निकाली गई। लकड़ियों और पेड़ के पत्तों से झोपड़ी तैयार की गई। ऊपर पंडाल लगा दिया गया और बूथ तैयार हो गया। जिला मुख्यालय कोरिया से इस बूथ की दूरी करीब 110 किमी है। 


वोटिंग के दौरान मधुमक्खियों ने किया हमला, 6 लोग जख्मी... मतदान केन्द्र में मची अफरा-तफरी!

No comments

जशपुर। छत्तीसगढ़ में लोकसभा की सात सीटों पर मंगलवार को तीसरे चरण का मतदान हो रहा है। इसी दौरान जशपुर जिले से आ रही एक खबर ने सबको चौंका दिया है। दरअसल, यहां वोटिंग के दौरान मतदाताओं की जब कतार लगी हुई थी, तभी अचानक मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। 




घटना कुनकुरी इलाके की बताई जा रही है। अब तक मिली जानकारी के मुताबिक मधुमक्खियों के हमले में 6 लोग घायल हो गए हैं।

घायलों में तीन स्काउट गाइड की छात्राएं, दो छात्र और एक वोटर शामिल है। पोलिंग बूथ क्रमांक 73, 74 और 75 में इस घटना के कारण अफरा-तफरी मच गई। हालांकि, कुछ देर बाद मतदान फिर शुरू हो गया।




बताया गया है कि शासकीय कन्या शाला परिसर में मधुमक्खियों के कई छत्ते हैं। इस कारण दहशत और खतरे के बीच मतदाता अपने मताधिकार कर प्रयोग कर रहे हैं। 

ओलिंपिक मेडलिस्ट मुक्केबाज विजेंदर सिंह दक्षिणी दिल्ली से लडेंगे चुनाव, कांग्रेस ने बनाया उम्मीदवार

No comments

नई दिल्ली। कांग्रेस ने दक्षिणी दिल्ली लोकसभा सीट से ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज विजेंदर सिंह को उम्मीदवार बनाया है। पार्टी की ओर से सोमवार रात जारी बयान के मुताबिक दक्षिणी दिल्ली से विजेंदर उसके उम्मीदवार होंगे। इस सीट पर विजेंदर का मुकाबला भाजपा के रमेश बिधूड़ी और आम आदमी पार्टी के राघव चड्ढा से होगा।




बता दें कि विजेंदर ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में देश के लिए कांस्य पदक जीता था। उम्मीदवार घोषित होने के बाद विजेंदर ने ट्वीट कर कहा- '20 वर्षों से अधिक के अपने मुक्केबाजी के कैरियर में मैंने रिंग में रहते हुए अपने देश को सदा गौरवान्वित किया। अब समय आ गया है कि मैं अपने देशवासियों के लिए कुछ करूं और उनकी सेवा करूं।' 



ओलंपिक पदक विजेता मुक्केबाज ने कहा, मैं इस अवसर को स्वीकार करता हूं और इस जिम्मेदारी के लिए कांग्रेस पार्टी, राहुल गांधी जी और प्रियंका गांधी जी का आभार प्रकट करता हूं। उनकी उम्मीदवारी की घोषणा के साथ ही कांग्रेस ने दिल्ली की सातों सीटों पर उम्मीदवार घोषित कर दिए हैं। 




हरियाणा के भिवानी जिले के रहने वाले विजेंदर सिंह 2008 के बीजिंग ओलम्पिक में कांस्य, 2006 और 2014 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत, 2006 एशियाई खेलों, 2009 विश्व चैम्पियनशिप और 2010 राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य, 2010 एशियाई खेलों में स्वर्ण जीत चुके हैं। साल 2009 में वह 75 किलोग्राम वर्ग में विश्व के सर्वोच्च वरीयता प्राप्त मुक्केबाज थे।



कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को उत्तर-पूर्वी दिल्ली से टिकट दिया है जहां से दिल्ली भाजपा अध्यक्ष मनोज तिवारी और आप नेता दिलीप पांडे चुनावी मैदान में है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के पूर्व अध्यक्ष अध्यक्ष अजय माकन को नयी दिल्ली, जेपी अग्रवाल को चांदनी चौक, राजेश लिलोठिया को उत्तर-पश्चिम दिल्ली, महाबल मिश्रा को पश्चिमी दिल्ली और अरविंदर सिंह लवली को पूर्वी दिल्ली से उम्मीदवार बनाया गया है। 

VIDEO: रैली में दिग्विजय ने पूछा- 'तुम्हें 15 लाख रुपए मिले'... युवक ने दिया ऐसा जवाब कि बोलती हुई बंद!

No comments

22 April 2019


भोपाल। मध्यप्रदेश के भोपाल लोकसभा सीट से कांग्रेस के उम्मीदवार और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह लोकसभा चुनाव के प्रचार के लिए सोमवार को भोपाल में थे। यहां एक चुनावी सभा में उन्हें उस वक्‍त झेंपना पड़ गया जब उन्‍होंने भरे मंच से एक लड़के से पूछा 'क्‍या तुम्‍हारे खाते में 15 लाख आए।' 




दिग्गी के सवाल पर युवक ने जो जवाब दिया उससे मौके पर मौजूद सभी नेता हैरान रह गए। युवक ने स्टेज पर कहा कि मोदीजी ने सर्जिकल स्ट्राइक किया है और आतंकियों को मार गिराया है।
देखिये VIDEO...




Bhopal: Congress candidate Digvijaya Singh asks a youth in the crowd 'did you get Rs 15 lakhs in your account?' The youth walks up to the stage and says 'Modi ji did surgical strike and killed terrorists.'




गौरतलब है कि इससे पहले दिग्विजय ने ट्वीट में कहा था कि मैं हिंदू धर्म को मानता हूँ, जो हज़ारों सालों से दुनिया को जीने की राह सिखाता आया है। मैं अपने धर्म को हिंदुत्व के हवाले कभी नहीं करूँगा, जो केवल और केवल राजनीतिक सत्ता पाने के लिए संघ का षड़यंत्र है।


भोपाल से नामांकन करने के बाद दिग्विजय ने कहा था कि हिंदुत्व शब्द उनकी डिक्शनरी में ही नहीं है। पत्रकारों ने जब उनसे हिंदुत्व और हिंदू आतंकवाद पर बात किया तो उन्होंने कहा कि आप लोग हिंदुत्व शब्द का उपयोग क्यों करते हैं? यह शब्द मेरी डिक्शनरी में नहीं है।


मध्य प्रदेश की भोपाल सीट से बीजेपी के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर ने कहा है कि यह चुनाव साबित कर देगा कि भगवा आतंकवाद नहीं होता है। साध्वी प्रज्ञा ने आरोप लगाया कि जो दिग्विजय सिंह भगवा आतंक के सूत्रधार रहे हैं, वही इस चुनाव में लड़ रहे हैं। ऐसे में यह चुनाव भगवा आतंकवाद को गलत साबित कर देगा।

'चौकीदार चोर है' बयान पर राहुल गांधी ने जताया खेद!

No comments

नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने 'चौकीदार चोर है' वाले बयान पर सुप्रीम कोर्ट में खेद जताया है। राहुल ने कहा कि चुनाव के गर्म माहौल में इस तरह का बयान दे दिया। मेरा इरादा कोर्ट के आदेश को गलत साबित करने का नहीं था। 


बता दें कि भाजपा सांसद मीनाक्षी लेखी की ओर से दायर अदालत की अवमानना याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने राहुल गांधी को उनके 'चौकीदार चोर है' वाले बयान को लेकर नोटिस दिया था।

कोर्ट ने यह साफ कर दिया था कि हमने ऐसी बातें तो कभी नहीं कही थी फिर ऐसी बात क्यों कहीं जा रही है। गौरतलब है कि राहुल गांधी ने राफेल मामले में उच्चतम न्यायालय के हाल के फैसले पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि अब सुप्रीम कोर्ट ने भी कह दिया है कि 'चौकीदार चोर है'। 


24 साल की दुश्मनी भुलाकर एक मंच पर साथ दिखे माया-मुलायम... जानिए क्या है वजह!

No comments

19 April 2019


1995 के स्टेट गेस्ट हाउस कांड के बाद पहली बार मायावती और मुलायम सिंह एक मंच पर नजर आए। मुलायम ने इस दौरान कहा कि मायावती का एहसान वह कभी नहीं भूलेंगे। वहीं, मायावती ने भी मुलायम की तारीफ करते हुए उन्हें पिछड़ों का असली नेता करार दिया।

मैनपुरी। दो दशक की तल्खी। कभी एक-दूसरे को फूटी आंख नहीं सुहाने वाले एसपी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और बीएसपी चीफ मायावती जब मैनपुरी के मंच पर एकसाथ आए तो यह यूपी की राजनीतिक में एक ऐतिहासिक लम्हा था। 24 साल बाद एकसाथ दिखी इस तस्वीर के बाद लखनऊ गेस्टहाउस कांड की यादें धुंधली या यों कहें कि पूरी तरह धुल गई। 


24 साल की दुश्मनी के बाद आखिरकार मायावती और मुलायम सिंह यादव एक स्टेज पर नजर आए। यह कोई आम मौका नहीं था बल्कि बीएसपी सुप्रीमो ने अपने धुर-विरोधी मुलायम सिंह यादव के लिए मैनपुरी में लोगों से मतदान की अपील भी की।

अपने संबोधन में मायावती ने गेस्टाउस कांड का जिक्र तो किया लेकिन यह भी कहा कि बड़े लक्ष्य को हासिल करने के लिए पुरानी बातें भूलनी होती हैं। मुलायम भी संसद में महिलाओं के लिए किए गए काम गिनाते नजर आए। माया के सामने एसपी संरक्षक के इस बयान को गेस्टहाउस कांड से उनके आगे बढ़ जाने का संकेत माना जा रहा है।  



माया ने भाषण शुरू किया तो 24 साल पुरानी उस घटना का जिक्र किया, जो एसपी-बीएसपी के रिश्तों में दरार की वजह बनी। गेस्ट हाउस कांड के बावजूद यूपी में बीएसपी-एसपी गठबंधन पर सफाई देते मायावती ने कहा, 'देश-जन हित में और पार्टी के मूवमेंट के हित में कभी-कभी हमें ऐसे कठिन फैसले लेने पड़ते हैं। हमने देश के वर्तमान हालात के चलते हुए यूपी में एसपी के साथ गठबंधन करके चुनाव लड़ने का फैसला किया है।' 


राजनीति दांवपेच और रणनीति का खेल होता है। अगर दांव सही समय पर चला जाए तो फायदा मिलने के अवसर ज्यादा होते हैं। मैनपुरी में मौका भी ऐसा ही था तो राजनीति के दिग्गज मुलायम ने भी इसे जाया नहीं किया। 

मुलायम सिंह ने कहा कि मायावती ने हमेशा उनकी मदद की, वहीं बीएसपी सुप्रीमो ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'नकली पिछड़ा' बताते हुए एसपी संरक्षक को असली ओबीसी नेता बताया। इस दौरान दोनों नेताओं ने एक-दूसरे की शान में कसीदे पढ़े। 
  

लगभग 2 दशक तक एक-दूसरे के खिलाफ जोरदार बयानबाजी के बाद आज का नजारा बिल्कुल अलग था। अतीत की कड़वाहटों का जिक्र किए बिना मुलायम सिंह यादव ने मंच से कहा, 'मुझे भारी बहुमत से आखिरी बार जिता देना, मायावतीजी आई हैं उनका स्वागत है। वो मेरे लिए समर्थन मांगने आई हैं, मैं उनका अहसान कभी नहीं भूलूंगा।'


पीएम मोदी पर किया हमला:   माया ने कहा, 'पीएम मोदी नकली पिछड़े वर्ग के हैं, जबकि मुलायम सिंह यादव असली पिछड़े वर्ग के हैं। इसमें कोई संदेह नहीं है कि मुलायम ने समाजवादी बैनर के तले सभी समाज के लोगों को जोड़ा है। वह असली, वास्तविक, जन्मजात पिछड़े वर्ग के हैं जबकि नरेंद्र मोदी के बारे में यह बात सबको पता है कि इन्होंने गुजरात में अपनी सत्ता का दुरुपयोग करके अपनी उच्च जति को पिछड़े वर्ग का घोषित कर लिया।' 

Advertisement

मंच पर शिष्टाचार का नजारा उस वक्त देखने लायक था जब पिता-पुत्र की जोड़ी के बीच में मायावती बैठीं। माया ने पहले मुलायम के बैठने का इंतजार किया और फिर वह खुद बैठीं। स्टेज पर आखिरी में अखिलेश यादव बैठे। मायावती ने गेस्ट हाउस कांड का जिक्र करते हुए कहा कि राजनीति में कठिन फैसले लेने होते हैं। 


जानिए, गेस्‍ट हाउस कांड की हकीकत:    1992 में मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी बनाई और 1993 के विधानसभा चुनाव में दोनों पार्टियों ने मिलकर चुनाव लड़ा था। इस गठबंधन को जीत मिली थी और मुलायम सिंह यादव सीएम बने थे। हालांकि, दो ही साल में दोनों पार्टियों के बीच रिश्ते खराब होने लगे। इसी बीच मुलायम सिंह को भनक लग गई कि मायावती बीजेपी के साथ जा सकती हैं। 

इसी बीच 2 जून 1995 को मायावती लखनऊ स्थित गेस्ट हाउस में विधायकों के साथ बैठक कर रहीं थीं। इतने में एसपी के कार्यकर्ता वहां पहुंचे और बीएसपी के कार्यकर्ताओं के साथ मारपीट करने लगे। आरोप है कि मायावती पर भी हमला करने की कोशिश की गई लेकिन उन्होंने खुद को एक कमरे में बंद करके बचा लिया। इस घटना के बाद मायावती ने समर्थन वापस लेने का ऐलान कर दिया और बाद में बीजेपी के समर्थन से सीएम बन गईं।

कांग्रेस का 'हाथ' छोड़ शिवसेना में शामिल हुईं प्रियंका... राहुल को पत्र लिखकर कहा- 'कांग्रेस में मेरे लिए नहीं बचा था सम्मान'

No comments

नई दिल्ली। कांग्रेस प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी पार्टी को अलविदा कह शिवसेना में शामिल हो गई हैं। मथुरा में हुई घटना के विरोध में शुक्रवार को प्रियंका ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को लिखे पत्र में उन्होंने पार्टी में मिली जिम्मेदारियों के लिए शुक्रिया अदा करने के साथ यह भी लिखा कि पिछले कुछ वक्त से उनके काम की पार्टी को कद्र नहीं रही। 




शिवसेना में शामिल होने के बाद प्रियंका ने कहा, 'मेरी जिम्मेदारी मुद्दों को लेकर है। मैंने टिकट की वजह से पार्टी (कांग्रेस) नहीं छोड़ी। मथुरा से मेरे माता-पिता आते हैं, लेकिन मैंने वहां से टिकट नहीं मांगी थी। मैंने आत्मसम्मान की लड़ाई लड़ी है। मैंने पार्टी को बताया था कि मेरी क्या तकलीफ है। महिला सम्मान बड़ा मुद्दा है।' 

Advertisement
शिवसेना सांसद संजय राउत ने उनके शिवसेना में शामिल होने की पुष्टि कर दी है। कांग्रेस प्रवक्ता के तौर पर प्रियंका अक्सर सोशल मीडिया और टीवी पर मुखरता से पक्ष रखती थीं। सूत्रों का कहना है कि टिकट नहीं मिलने के कारण प्रियंका पार्टी से नाराज चल रही थीं।

निर्वाचन कार्य में लापरवाही, एक अफसर निलंबित... एक कर्मचारी को शोकॉज नोटिस जारी

No comments

13 April 2019


बीजापुर। लोकसभा निर्वाचन कार्य में लापरवाही बरतने के चलते जिले में पदस्थ एक अधिकारी को निलंबित किया गया है। कलेक्टर व जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा उक्त कार्रवाई की गई है। 


जानकारी के मुताबिक सहायक श्रम पदाधिकारी अशोक चौरसिया को कलेक्टर केडी कुंजाम द्वारा तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा एक अन्य कर्मचारी को शोकॉज नोटिस जारी की गई है। कार्रवाई की वजह निर्वाचन कार्य में बेपरवाही बताई जा रही है।


Advertisement

आपको बता दें कि लोकसभा निर्वाचन 2019 के दौरान लापरवाह 3 शासकीय कर्मचारियों पर पहले भी निलंबन की गाज गिर चुकी है। सहायक शिक्षक विद्या सागर, सहायक शिक्षक केके पांडे एवं सहायक ग्रेड 03 कृष्ण कुमार को प्रशासन द्वारा हाल ही में निलंबित किया गया था।

दूसरे दिन भी हुई पोलिंग पार्टियों की वापसी, संवेदनशील क्षेत्रों से अभी भी 16 मतदान दल नहीं पहुंचे मुख्यालय... दलों के लौटने पर ईवीएम स्ट्राॅंग रूम में होंगे सील

No comments

12 April 2019


बीजापुर। लोक सभा चुनाव में मतदान करा 227 दल जिला मुख्यालय पहुंच गए हैं और बचे 18 दल शनिवार को हेलीकाॅप्टर से आएंगे। सभी दलों के आने के बाद ईवीएम को यहां सांस्कृतिक भवन में बने स्ट्राॅंग रूम में सील कर दिया जाएगा।


सूत्रों के मुताबिक शुक्रवार को 53 टीमें आईं। इनमें से कुछ दल हेलीकाॅप्टर से आए। बताया गया है कि बासागुड़ा, तिम्मापुर, मुकावेली, सागमेटा, फरसेगढ़, रानीबोदली, गोटेर, सोमनपल्ली, उसूर, मारूड़वाका, भूसापुर, पुजारी कांकेर एवं कोत्तापल्ली के मतदान दल शुक्रवार को नहीं आए। ये शनिवार को हेलीकाॅप्टर से आएंगे। 

सभी मतदान दलों की वापसी के बाद ईवीएम को सांस्कृतिक भवन में बने स्ट्रांग रूम को सील कर दिया जाएगा। इस दौरान आला अफसरों के अलावा विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि मौजूद रहेंगे। 


उल्लेखनीय है कि मतदान के लिए 70 माइक्रो आब्जर्वर की नियुक्ति की गई थी। ये सभी आब्जर्वर राष्ट्रीय खनिज विकास निगम लिमिटेड के अफसर थे। माइक्रो आब्जर्वर केवल केन्द्र सरकार के अफसरों को बनाया जाता है। इस वजह से एनएमडीसी के अफसरों को नियुक्त किया गया था।

शांतिपूर्ण निपटा चुनाव:  जिले में आम चुनाव के दौरान इस साल कोई भी अप्रिय घटना नहीं हुई। इसके लिए आला अफसरों ने जिला एवं अर्धसैनिक बलों की सराहना की है। सिर्फ चेरामंगी और आवापल्ली टी के पास ही बम शुक्रवार को मिले थे। इन्हें डिफ्यूज कर दिया गया। कोई भी हताहत नहीं हुआ। 

इस जज़्बे को सलाम... भीमा मण्डावी के परिवार ने मतदान कर दिया नक्सलवाद को करारा जवाब... अंत्येष्टि के दूसरे ​ही दिन लोकतंत्र के महापर्व में लिया हिस्सा

No comments

11 April 2019


दंतेवाड़़ा। नक्सली हमले में मारे गए भाजपा विधायक भीमा मंडावी की पत्नी ओजस्वी मंडावी समेत पूरे परिवार ने गुरूवार को अपने मताधिकार का प्रयोग किया। गृहग्राम गदापाल के पोलिंग बूथ पर मतदान करने पहुंचे परिजनों की आंखें नम थी।


बता दें कि इससे दो दिन पहले मंगलवार को नक्सलियों ने हमला करके भाजपा विधायक की हत्या कर दी थी। विधायक के काफिले पर हुए हमले में चार जवान भी शहीद हो गए थे।

दिवंगत विधायक भीमा मंडावी के पिता लिंगा मंडावी ने भी बेटियों के साथ अपने मताधिकार का प्रयोग किया। एक दिन पहले ही लिंगा मंडावी ने कहा था कि वो अपने बेटे की हत्या का बदला नक्सलियों से जरूर लेंगे। 

विधायक की हत्या के चलते राज्य भर में शोक की लहर है। भाजपा दंतेवाड़ा इकाई की ओर से गुरुवार को भी उनके लिए शोक सभाएं की गईं। 

ऐसे में लोकतंत्र के सबसे बड़े पर्व में अपनी जिम्मेदारी को निभाते हुए मंडावी के परिजनों ने मतदान कर नक्सलियों को साफ संकेत दिया है कि हमले के बावजूद लोकतंत्र पर लोगों  की आस्था को डिगाया नहीं जा सकता है।

नक्सली फरमान और झुलसाती गर्मी भी नहीं रोक सकी वोटर्स को... पिछले लोकसभा चुनाव से 7 फीसदी अधिक हुई वोटिंग, मतदान कर्मियों के लौटने का सिलसिला जारी!

No comments

पंकज दाऊद @ बीजापुर। नक्सलियों की चुनाव बहिष्कार की अपील, झुलसाती गर्मी और महुआ भी जिले में मतदान के प्रतिशत को कम नहीं कर सके। जिले में 41.73 फीसदी लोगों ने मतदान किया जो पिछले आम चुनाव से करीब 7 फीसदी अधिक है। 




माओवादियों ने चुनाव बहिष्कार का ऐलान किया था। मतदान के दिन पारा 40.30  डिग्री सेल्सियस रेकॉर्ड किया गया। पनारापारा स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र में न्यूनतम तापमान 35 डिसे दर्ज किया गया। वहीं महुआ के सीजन के चलते मतदान के लिए कम लोगों के बूथ तक पहुंचने की आशंका थी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। 





पिछले लोक सभा चुनाव में जिले में 35.36 प्रतिशत मतदान हुआ था जो बढ़कर इस चुनाव में 41.73 फीसद पर पहुंच गया। लोक सभा चुनाव में बीजापुर विस क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या 161775 है। इनमें 77637 पुरूष एवं 84130 महिला मतदाता हैं जबकि थर्ड जेण्डर वोटर्स की संख्या 8 है। 

Advertisement

विधानसभा चुनाव के मुकाबले अब एक हजार से अधिक मतदाता बढ़े हैं। पिछले लोक सभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत 35.60 था जबकि विधानसभा चुनाव में ये बढ़कर 47.94 प्रतिशत हो गया।  



104 दल पहुंचे, चार टीमें हेलीकॉप्टर से आईं:  सूत्रों के मुताबिक गुरूवार की शाम 6 बजे तक  100 दल सड़क मार्ग से पहुंचे और यहां कलेक्टोरेट में आमद दी। वहीं 4 दल हेलीकॉप्टर से आए। बताया गया है कि 12 अप्रैल तक सभी दलों के आने की उम्मीद है। दलों को आसपास के पुलिस केम्प या थानों में रूकाया गया है।

जानिए... वोटर्स ने कहां उड़ाई सरकारी बिरयानी की दावत... धुर नक्सल प्रभावित इलाके में तैनात जवानों ने मतदाताओं के लिए की भोजन-पानी की व्यवस्था

No comments

पंकज दाऊद @ बीजापुर। जिले के धुर नक्सल प्रभावित इलाकों में चप्पे-चप्पे पर जवानों की तैनाती और बूथ में सुरक्षा के तगड़े बंदोबस्त के बीच लोक सभा चुनाव के लिए मतदान हुआ। इस बार सबसे खास बात ये रही कि दूरदराज से आए गांव के लोगों को गंगालूर इलाके के तीन केन्द्रों में सिविल पुलिस और सीआरपीएफ की ओर से वेज बिरयानी खिलाई गई।   



सूत्रों के मुताबिक गंगालूर गांव के मंजारपारा, दीवानपारा और टोण्डापारा में सीआरपीएफ की 85 बटालियन, कोबरा और जिला बल के जवानों की ओर से वेज बिरयानी की व्यवस्था की गई थी। जवानों ने बिरयानी के पैकेट बना रखे थे। उन्होंने दूर गांवों से आए वोटर्स को ये पैकेट दिए।

फोर्स की ओर से मतदाताओं के लिए पेयजल की व्यवस्था की गई थी। जवानों ने बुजुर्ग मतदाताओं को खुद पानी पिलाया। 


इस बारे में सीआरपीएफ की 85 बटालियन के सीओ सुधीर कुमार ने बताया कि वोटर्स को दिक्कत ना हो, इसलिए ये व्यवस्था की गई थी। सुबह से मतदाता आए हुए थे। उनके लिए इस वजह से भोजन पानी की व्यवस्था की गई थी। मौके पर गंगालूर टीआई पवन वर्मा भी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि आसपास सर्चिंग पार्टियां भेजी गईं ताकि चुनाव शांतिपूर्ण हो। 

काम आई बाइक एंबुलेंस:  सीआरपीएफ की 85 बटालियन ने गंगालूर क्षेत्र में दो साल से बाइक एंबुलेंस की व्यवस्था की है। इसका मकसद बीमार लोगों को हॉस्पिटल तक पहुंचाना है। 


इस बाइक को कुछ इस प्रकार डिजाइन किया गया कि इस पर बेहोश मरीज को भी बिठाकर ले जाया जा सकता है। इसमें ड्रिप चढ़ाने की भी सुविधा है। 85 बटालियन के कमाण्डेंट सुधीर कुमार ने बताया कि आम चुनाव के दिन मतदान कराने रेड्डी गांव की एक वृद्धा को इसी एंबुलेंस से बूथ तक लाया गया। 

मतदान के मद्देनजर चप्पे-चप्पे पर फोर्स तैनात, कलेक्टर की मतदाताओं से अपील- बेखौफ होकर करें वोटिंग!

No comments

10 April 2019



बीजापुर। जिला निर्वाचन अधिकारी एवं कलेक्टर केडी कुंजाम ने मतदाताओं से कहा है कि जिला स्तर से बूथ स्तर तक अफसरों और फोर्स की तैनाती की गई है। उन्होंने सभी से बेखौफ हो वोटिंग करने की अपील की है। 




कलेक्टर केडी कुुंजाम ने कहा है कि 11 अप्रैल की सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक मतदान होगा। उन्होंने लोगों से एक जागरूक मतदाता होने का परिचय देते देश के इस महापर्व में निष्पक्ष और निर्भिक होकर मतदान की अपील की है। 



ज्ञात हो कि 10 अप्रैल को सभी 82 दल रवाना हो गए। इन टीमों को सड़क मार्ग से रवाना किया गया। इसके पहले 8 एवं 9 अप्रैल को 163 दलों को रवाना किया गया था। इनमें 85 दल हेलीकॉप्टर से भेजे गए। बीस फीसदी रिजर्व टीमें भी तैनात हैं। 


बताया गया है कि ज्यादातर टीमें बूथ के आसपास के सीआरपीएफ के कैम्पों एवं थानों में पहुंच गई हैं। 

इवीएम भी थानों और कैम्पों में ही जमा करा दिए गए हैं। मतदान के बाद दलों को आसपास के थानों और कैम्पों में ही रूकना होगा। इसके लिए सारे इंतजाम कर लिए गए हैं। रिजर्व दलों को मतदान पार्टी के आने तक कलेक्टोरेट परिसर में ही रहना होगा। उनके ठहरने और खाने की व्यवस्था वहीं की गई है। 

नक्सली हमले को लेकर पीएम मोदी ने किया ट्वीट, भाजपा विधायक भीमा मण्डावी के निधन पर जताया शोक... कहा— शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा

No comments

09 April 2019


नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में हुए नक्सली हमले पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने ट्वीट किया है। उन्होंने इस हमले में मारे गए भाजपा विधायक भीमा मण्डावी के निधन पर गहरा शोक जताते हुए कहा है कि शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा।


09-PM-Modi-tweeted-about-Naxal-attack

पीएम मोदी ने ट्वीट में लिखा.... 
श्री भीमा मंडावी भाजपा के समर्पित कार्यकर्ता थे। मेहनती और साहसी, उन्होंने छत्तीसगढ़ के लोगों की सहायता की। उनके निधन की खबर दुखद है। मैं उनके परिवार और समर्थकों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ओम शांति।




इसके बाद मोदी ने एक और ट्वीट किया...  छत्तीसगढ़ में माओवादी हमले की कड़ी निंदा करता हूं। शहीद हुए सुरक्षाकर्मियों को मेरी श्रद्धांजलि। इन शहीदों के बलिदान व्यर्थ नहीं जाएंगे।

Advertisement
Don't Miss
Copyright © , All Right Reserved India Khabar
Devloped by: Sai Web Solution