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छत्तीसगढ़ में नगरीय निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान, 21 दिसंबर को होगा मतदान, 24 दिसंबर को आएंगे नतीजे...प्रदेश में आचार संहिता लागू

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25 November 2019


रायपुर। छत्तीसगढ़ में निकाय चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया गया है। इस घोषणा के साथ ही प्रदेश में आचार संहिता लागू हो गई है। निकाय चुनाव के लिए 21 दिसंबर को मतदान किया जाएगा। जबकि 24 दिसंबर को मतगणना की जाएगी। 




बता दें कि नगरीय निकाय चुनाव के लिए 30 नवंबर को अधिसूचना जारी की जाएगी। वहीं नामांकन दाखिले की शुरुआत 30 नवंबर से होगी। 6 दिसंबर को नामांकन पत्र जमा करने की आखिरी तारीख होगी तथा 9 दिसंबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। 




समूचे छत्तीसगढ़ में एक ही चरण में मतदान किया जाएगा। कोंडागाँव, बीजापुर, दंतेवाड़ा, नारायणपुर, सुकमा, कांकेर के निकायों के लिए सुबह 7 बजे से शाम 3 बजे तक मतदान होगा। जबकि अन्य क्षेत्रों में सुबह 8 बजे से शाम पांच बजे तक मतदान किया जाएगा। 



बता दें कि पहली बार राज्य में ऑनलाइन निर्वाचक नामावली तैयार किया गया है। राज्य में 10 नगर निगम, 38 नगर पालिका,103 नगर पंचायत और 151 नगरीय निकायों में के लिए चुनाव होना है।


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छत्तीसगढ़ी फिल्म एक्ट्रेस माया साहू पर एसिड अटैक, केमिकल फेंककर फरार हुए बाइक सवार, जांच में जुटी पुलिस

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16 November 2019


भिलाई। छत्तीसगढ़ी फिल्मों में काम करने वाली अभिनेत्री माया साहू पर भिलाई में बाइक सवार युवकों ने जानलेवा हमला कर दिया। शनिवार को घर के बाहर खड़ी माया साहू पर अज्ञात बाइक सवारों ने केमिकल फेंका और भाग गए।


Acid attack on Chhattisgarhi film actress Maya Sahu

घटना भिलाई के सुपेला थाना क्षेत्र की है। इस घटना के बाद युवती चीखने लगी। घर वाले इन्हें अस्पताल लेकर गए। परिवार के लोग इस घटना के बारे में किसी भी तरह की जानकारी मीडिया को देने से बच रहे हैं। 



खबर है कि माया साहू का किसी अन्य कलाकर से पहले विवाद हुआ था। पुलिस ने अज्ञात आरोपित युवक के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। वहीं युवती पर किस तरह का केमिकल फेंका गया इसकी जांच की जा रही है। हालांकि, अभी पीड़ित युवती का बयान दर्ज नहीं किया गया है। 


Acid attack on Chhattisgarhi film actress Maya Sahu



पुलिस के मुताबिक युवती छत्तीसगढ़ी फिल्मों में अभिनेत्री के रूप में काम करती है। युवती के बयान के बाद मामले में आगे जांच की बात पुलिस कह रही है। 


बता दें कि यह घटना शहर के बेहद भीड़-भाड़ वाले इलाके में हुई है। बताया जा रहा है कि युवती के सिर पर भी चोट आई है। प्रारंभिक तौर पर पुलिस आरोपित की पतासाजी में जुटी है।


Acid attack on Chhattisgarhi film actress Maya Sahu

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नवा रायपुर में शिफ्ट होगा AIIMS, स्वास्थ्य योजनाओं में हुआ ये बड़ा बदलाव... भूपेश कैबिनेट की बैठक में लिए गए 7 अहम फैसले !

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15 November 2019


रायपुर। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में शुक्रवार को निवास कार्यालय में मंत्रिपरिषद की बैठक आयोजित की गई। कैबिनेट की इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। इनमें एम्स को नवा रायपुर में शिफ्ट करने तथा  'अरपा पइरी के धार महानदी हे अपार' को राज्य-गीत घोषित करने का अनुमोदन किया गया। 

AIIMS will shift to Nava Raipur




  • डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना

इस योजना में राज्य में स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने वाली सभी योजनाएं आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना, मुख्यमंत्री स्वास्थ्य बीमा योजना, संजीवनी सहायता कोष, मुख्यमंत्री बाल हृदय सुरक्षा योजना, मुख्यमंत्री बाल श्रवण योजना एवं चिरायु योजना इस नई योजना में समाविष्ट हो जाएंगी।        


  • मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना

वे बीमारियां जो योजनांतर्गत शामिल नही हैं या हितग्राही का नाम सूची में नही है या नई योजना अंतर्गत बीमा कवर राशि इलाज हेतु पर्याप्त नही है, उन परिवारों के लिए मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना शुरू करने का निर्णय लिया गया। इसमें मुख्यमंत्री के अनुमोदन से प्रति परिवार 5 लाख से अधिकतम 20 लाख रुपए तक के इलाज की सुविधा प्रदान की जाएगी।


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  • राज्य गीत का अनुमोदन

कैबिनेट की बैठक में डॉ. नरेंद्र वर्मा द्वारा लिखित छत्तीसगढ़ी गीत 'अरपा पइरी के धार महानदी हे अपार' को राज्य-गीत घोषित करने का अनुमोदन किया गया।


  • हाउसिंग बोर्ड की अविक्रित भवनों पर छूट

छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मण्डल के स्वावित्तीय, भाड़ाक्रय आवासीय योजनाओं के भवनों की बकाया राशि पर ब्याज में छूट एवं अविक्रित आवासीय एवं व्यावसायिक भवनों के मूल्यों में 15 से 20 प्रतिशत तक छूट की कार्ययोजना का अनुमोदन किया गया। 


  • जिला खनिज न्यास में नया सेक्टर

खनन प्रभावित लोगों के लिए आवास  दैनिक उपयोग के लिए आवश्यक सामग्री, महिलाओं एवं बच्चों के लिए वस्त्र की उपलब्धता के लिए छत्तीसगढ़ जिला खनिज न्यास नियम-2015 में नया सेक्टर प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। 


AIIMS will shift to Nava Raipur


  • एम्स के लिए निशुल्क भूमि

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान रायपुर (एम्स) को नवा रायपुर, अटल नगर में निःशुल्क भूमि आवंटित की जाएगी। एनआरडीए द्वारा सेक्टर-40 में आबंटित भूमि के संबंध में एम्स रायपुर से किए जाने वाले एमओयू प्रारूप का अनुमोदन किया गया।


  • जंगल सफारी का प्रवेश शुल्क होगा कम

नंदनवन जंगल सफारी नवा रायपुर में प्रचलित प्रवेश शुल्क को आधा करने का निर्णय लिया गया। 12 वर्ष से कम और दिव्यांग लोगों के लिए निःशुल्क रहेगा।



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CRPF हेड कांस्टेबल को कोर्ट ने सुनाई उम्र कैद की सजा, जिस महिला के घर में किराएदार था उसी की कर दी थी हत्या...जानिए पूरा मामला

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रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में एक शादीशुदा महिला की हत्या के आरोपी सीआरपीएफ हेड कांस्टेबल को कोर्ट ने उम्र कैद की सजा सुनाई है। आरोपी का महिला से अवैध संबंध था। फिर किसी बात पर दोनों में विवाद इतना बढ़ा कि सीआरपीएफ जवान ने महिला को मौत के घाट उतार दिया।



बता दें कि सालभर पहले मोवा के आदर्श नगर में सीआरपीएफ जवान पंकज सिंह ने कविता ऊर्फ सीमा वर्मा नाम की महिला की गोली मारकर हत्या कर दी थी। आरोपी हेड कांस्टेबल कविता शर्मा के घर में बतौर किराएदार रहता था। 


बिहार के बेगूसराय निवासी पंकज सीआरपीएफ के डीआइजी कार्यालय में तैनात था। वह करीब एक साल से कविता के घर किरायेदार था। इसी दौरान दोनों की नजदीकियां बढ़ी और रोज मिलने-मिलाने का सिलसिला चलने लगा। इसी बीच महिला के साथ जवान का अवैध संबंध स्थापित हो गया था।



अवैध संबंध बना हत्या की वजह:   आरोपी जवान पंकज सिंह भी पहले से शादीशुदा था। ऐसे में दोनों के बीच आए दिन विवाद होने लगा था। इसी बीच एक दिन पंकज सिंह ने अपनी सर्विस रिवाल्वर से रात में चार गोलियां कविता पर दागी थी। तीन गोली कविता को लगी और मौके पर उसकी जान चली गई। 


हालांकि, वारदात के बाद आरोपित ने अपनी सर्विस रिवाल्वर को दफ्तर में छोड़ दिया था। लेकिन पुलिस ने कविता के पति और अन्य किरायेदारों के बयान और आरोपित से पूछताछ में हत्या की गुत्थी सुलझा ली थी। 



सालभर से यह मामला कोर्ट में चल रहा था। गुरूवार को हुई सुनवाई में अतिरिक्त सत्र न्यायाधीश सुनील कुमार नंदे की कोर्ट ने हत्या के दोषी सीआरपीएफ के हेड कांस्टेबल पंकज सिंह को उम्र कैद की सजा सुनाई। 




आरोपी ने ये कहा था


पूछताछ के दौरान आरोपित ने पुलिस को बताया था कि कविता पैसे की डिमांड करती थी, नहीं देने पर थाने में दुराचार की रिपोर्ट करने की धमकी देती थी। कविता ने अपने संबंधों के बारे में लोगों को बता भी दिया था। आरोपित ने पंडरी थाना में गाड़ी में तोड़फोड़ करने की शिकायत भी की थी। यह शहर का बहुचर्चित हत्याकांड था। 


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नक्सलवाद के खात्मे के लिए बड़े ऑपरेशन की तैयारी.... छत्तीसगढ़ को मिलेंगे CRPF के 7 नए बटालियन, बस्तर के जंगलों में होगी तैनाती

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23 October 2019

रायपुर। नक्सलवाद के खात्मे के लिए केंद्र सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर के लिए सीआरपीएफ की 7 नई बटालियन की मंजूरी दे दी है। इनमें से दो बटालियन नवंबर महीने में पहुंच जाएंगी। 



बताया जा रहा है कि केंद्र ने छत्तीसगढ़ को 7 हजार जवानों की मंजूरी दे दी है। सभी बटालियनों का मुख्यालय नक्सल प्रभावित क्षेत्र में बनाया जाएगा, जिससे नक्सलियों की धमक को खत्म किया जा सके। इसके लिए जगह तय कर ली गई है। 


बता दें कि छत्तीसगढ़ के प्रभावित क्षेत्र में फिलहाल केंद्रीय सुरक्षा बलों की 45 बटालियन तैनात हैं। अगले महीने इनकी संख्या बढ़कर 47 हो जाएगी। इसके अलावा दर्जनभर से ज्यादा सीएएफ की बटालियन भी तैनात है। 



सूत्रों के मुताबिक जनवरी के बाद नक्सलियों के खिलाफ एक बड़े ऑपरेशन की तैयारी की जा रही है। इसी सिलसिले में जवानों की संख्या को बढ़ाया गया है। बताया जा रहा है कि नक्सल प्रभावित इलाकों में इन जवानों को तैनात किया जाएगा। साथ ही जवानों को खास तरीके से ट्रेन भी किया जाएगा। 



बता दें पिछले दिनों 11 नक्सल प्रभावित राज्यों के मुख्यमंत्री और डीजीपी की केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह के साथ हुई बैठक में छग के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सीआरपीएफ की 9 नई बटालियन उपलब्ध कराने की मांग की थी। उस समय केंद्रीय गृहमंत्री ने आश्वासन दिया था। इस बीच जम्मू कश्मीर में अतिरिक्त फोर्स तैनात होने और महाराष्ट्र व हरियाणा में चुनाव के कारण यहां नई बटालियन नहीं पहुंच पाई थी।


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छत्तीसगढ़ सरकार ने इन फलों की बिक्री पर लगाई पाबंदी, बेचने वाले दुकानदारों के खिलाफ होगी कार्रवाई

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17 October 2019

रायपुर। छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार ने स्टीकर लगे फलों को बेचने पर बैन लगा दिया है। राज्य के सभी शहरों में यह प्रतिबंध लागू किया गया है। ऐसे फलों को बेचने वाले कारोबारी के खिलाफ कार्रवाई की बता कही गई है। वहीं आम लोगों से भी इस तरह के फल न खरीदने की अपील की गई है।



सरकार की तरफ से कहा गया है कि अगर कोई भी कारोबारी स्टीकर वाले फल बेचेगा, बांटेगा या स्टॉक करेगा तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों के खिलाफ जुर्माने या जेल दोनों तरह की कार्रवाई हो सकती है। 



नियंत्रक खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की तरफ से जारी आदेश में कहा गया है कि सेब, आम, संतरा, अमरूद, केला, सीताफल, नाशपाती आदि फलों में स्टीकर चिपके होते हैं। अधिकांश व्यापारी फल के ऊपर स्टीकर का इस्तेमाल प्रीमियम दिखाने या कई बार फलों के खराब हिस्सों की खामियां छुपाने के लिए करते हैं। 



आमतौर पर फलों पर जो स्टीकर चिपके होते है उन पर व्यापारी की ब्राण्ड के नाम, ओके टेस्टेड, बेस्ट क्वालिटी या फल का नाम लिखा होता है। फल विक्रेता फलों में स्टीकरों का इस्तेमाल उत्पाद को प्रीमियम दर्जे का दिखाने के लिए करते है।



बताया जाता है कि फलों के ऊपर लगे स्टीकर में कैमिकल होता है और इसकी वजह से फल दूषित हो जाता है। स्टीकर के गोंद में खतरनाक कैमिकल होते है, जो मानव के स्वास्थ्य के लिए ठीक नहीं है। 



खाद्य सुरक्षा एवं मानक अधिनियम 2006 के तहत खाद्य कारोबारी असुरक्षित खाद्य का संग्रह, वितरण, विक्रय नहीं करेगा। कोई भी व्यक्ति सड़ी-गली फलों एवं सब्जियों का विक्रय नहीं करेगा। ऐसा करने पर कार्रवाई का प्रावधान है। 

फलों को पकाकर बेचना भी प्रतिबंधित 

फल एवं सब्जियों में मोम, खनिज तेल, अन्य रंगों का पॉलिश भी अब कारोबारी नहीं कर सकते। इतना ही नहीं नए नियमों के मुताबिक अब फलों को कार्बाइट या एसीटिलिन गैस जैसे केमिकल से पकाकर बेचना भी प्रतिबंधित है। 


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छत्तीसगढ़ में पार्षद ही चुनेंगे महापौर, EVM की जगह बैलेट पेपर से होंगे निकाय चुनाव

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15 October 2019


रायपुर। छत्तीसगढ़ में आगामी दिनों में होने वाले निकाय चुनाव इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन की जगह बैलेट पेपर से होंगे। मंगलवार को नवा रायपुर स्थित मंत्रालय में हुई छत्तीसगढ़ सरकार की सब कैबिनेट कमेटी की बैठक में इस पर मुहर लग गई। 


वहीं मध्यप्रदेश की तर्ज पर अब छत्तीसगढ़ में भी स्थानीय निकाय चुनाव में नगरपालिकाओं, निगमों के प्रमुखों का चुनाव अप्रत्यक्ष प्रणाली से किया जाएगा। मंगलवार को मंत्रीमंडलीय उपसमिति की बैठक के बाद मंत्रियों ने यह ऐलान किया। 



इस बैठक में मंत्री शिव डहरिया, मो अकबर और रविंद्र चौबे शामिल हुए। बैठक के बाद मंत्रियों के दल ने मीडिया को बताया कि यह फैसला स्थानीय सरकार को मजबूत करने के लिए किया गया है। इससे पार्षद ताकतवर होंगे। 



बताया गया है कि इस फैसले को अब कैबिनेट में रखा जाएगा। उसके बाद अध्यादेश लाकर इसे पूरा कर लिया जाएगा। सूत्रों के मुताबिक अगले दो दिनों के भीतर या आने वाले सप्ताह में कैबिनेट की बैठक हो सकती है। मंत्री शिव डहरिया ने कहा कि मसौदा तैयार है, कैबिनेट में इसके लिए प्रस्ताव रखा जाएगा। 



बता दें कि निकाय चुनाव की प्रक्रिया में बदलाव के लिए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने तीन मंत्रियों की उपसमिति गठित की थी। सीएम भूपेश ने महापौर अथवा अध्यक्ष के सीधे निर्वाचन प्रक्रिया को बदलने के संकेत पहले ही दे चुके थे। वहीं बीजेपी इस फैसले का विरोध कर रही है। भाजपा ने कांग्रेस पर सत्ता के दुरुपयोग का आरोप लगाया है।



गौरतलब है कि अविभाजित मध्यप्रदेश में 1994 में महापौर-अध्यक्षों का निर्वाचन पार्षदों के जरिए होता था। इसके बाद यह व्यवस्था बदली और फिर 1999 में महापौर और अध्यक्ष के सीधे चुनाव होने लगे। सरकार के इस निर्णय पर पूर्व सीएम और भाजपा नेता डॉ रमन सिंह ने कहा कि इस फैसले के द्वारा कांग्रेस सत्ता का दुरुपयोग करेगी। यह जनता के निर्णय को बदलने की साजिश है।


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नक्सलियों की गोली से घायल हुआ था जवान, 13 साल बाद हुई शहादत

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11 October 2019


धमतरी। बस्तर के जंगलों में नक्सलियों से लोहा लेने वाला एक जांबाज सिपाही 13 साल बाद अपनी जिंदगी की जंग हार गया। नक्सली मुठभेड़ में घायल होने के बाद बीते 13 सालों से जवान जिंदगी और मौत के बीच संघर्ष कर रहा था। गुरुवार को इलाज के दौरान जवान की शहादत हो गई। 



बता दें कि ग्राम सलोनी निवासी आरक्षक बसंत नेताम की 1992 में पुलिस में भर्ती के बाद पहली पोस्टिंग दंतेवाड़ा में हुई। 13 साल पहले वे गोलापल्ली थाना में पदस्थ थे। गश्त के दौरान पुलिस पार्टी के इंचार्ज एपीसी रामगोपाल के साथ थाने लौट रहे थे, तभी तारला मुड़ा-नालापल्ली तिराहे में घात लगाकर बैठे नक्सलियों ने पुलिस पार्टी पर फायरिंग कर दी। 

11 जून 2006 को हुए इस मुठभेड़ में आरक्षक बसंत नेताम को तीन गोलियां लगी। नक्सलियों की एक गोली किडनी व एक गोली आंत को चीरते हुए पार हो गई। एक महीना कोमा में रहने के बाद उसकी जिंदगी बच गई थी। इस दौरान वह जख्मों को इलाज कराता रहा, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते बेहतर इलाज नहीं करा पा रहा था। आखिरकार आठ अक्टूबर को उसने अंतिम सांसें लीं।



बताया गया कि नक्सलियों की एक गोली आंत से होकर सीने में जाकर फंस गई थी। इस वजह से वे कोमा में चले गए। हेलीकॉप्टर से उन्हें रायपुर पहुंचाया गया। मेकाहारा में उपचार के बाद रामकृष्ण अस्पताल में उपचार चला। डॉक्टरों ने एक किडनी निकाल दी। किसी तरह हालत सुधरने पर उन्हें घर लाया गया। तब से लेकर आठ अक्टूबर 2019 तक उनका जीवन संघर्ष में बीता। इस दौरान तीन बार उनका आपरेशन किया गया।

जवान बसंत नेताम के शरीर का पाचन तंत्र पूरी तरह फेल हो चुका था। शरीर में खून नहीं बनता था। इसलिए हर 6-7 महीने में शरीर का खून बदलना पड़ता था। सितंबर के आखिरी पखवाड़े में उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई। तब उन्हें धमतरी के मसीही अस्पताल में भर्ती कराया गया। इसके बाद रायपुर के नारायणा अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्होंने दम तोड़ दिया।


पति को मिले शहीद का दर्जा   नक्सली मुठभेड़ में मृत पुलिस आरक्षक बसंत नेताम की पत्नी जानकी नेताम का कहना है कि मेरे पति को शहीद का दर्जा मिलना चाहिए। क्योंकि वर्ष 2006 के नक्सली मुठभेड़ में बहादुरी से लड़ते हुए उनको गोली लगी थी। उसी गोली के कारण किडनी, आंत और शरीर के अन्य अंगों ने काम करना बंद कर दिया। 13 साल तक तकलीफदेह जिंदगी जीने के बाद उन्होंने दुनिया को अलविदा कह दिया।

बता दें कि बसंत नेताम अकेले ही परिवार में कमाने वाले थे। उनकी आय से ही परिवार का भरण-पोषण चल रहा था। शहीद होने के बाद अब उनके परिवार के सामने आर्थिक संकट आ गया है। परिवार में पत्नी जानकी के अलावा एक पुत्र और दो बेटियां हैं। पुत्र डिकेश एमए, पुत्री ज्योति बीए और मनीषा 8वीं कक्षा में पढ़ाई कर रही है। परिजनों ने परिवार की आर्थिक दशा सुधारने डिकेश को सरकारी नौकरी देने की मांग सरकार से की है। 


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स्कूल शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह का बैग ट्रेन से हुआ चोरी, नहीं कराया एफआईआर

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18 September 2019


बिलासपुर। छत्तीसगढ़ के स्कूली शिक्षा मंत्री डॉ प्रेमसाय सिंह टेकाम का बैग ट्रेन से चोरी हो गया है। टेकाम अमरकंटक एक्सप्रेस से रायपुर से पेंड्रा रोड जा रहे थे इसी बीच मंगलवार की रात उनका बैग ट्रेन से गायब हो गया। हालांकि, मंत्री ने फिलहाल इस मामले में एफआईआर नहीं कराई है। 

जानकारी के मुताबिक यह घटना मंगलवार की रात करीब साढ़े 10 बजे के आसपास की बताई जा रही है। ट्रेन से मंत्री का बैग चोरी होने की घटना सामने आने के बाद रेलवे और स्थानीय प्रशासन में हड़कंप मच गया है। 


प्रशासन द्वारा बैग की खोजबीन शुरू की गई लेकिन बुधवार सुबह तक बैग को लेकर कोई जानकारी नहीं मिली। बैग में 30 हजार रुपये नगद सहित अन्य सामान थे। हालांकि, स्कूल शिक्षा मंत्री ने मामले में एफआईआर दर्ज नहीं कराई है। 



पहले भी बैग हो चुका चोरी   बताया जा रहा है कि इससे पहले भी मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम का बैग चोरी हो चुका है। बाद में यह बैग उनके कार्यकर्ता के पास मिला था, जिसने सुरक्षा के लिहाज से अपने पास रख लिया था। शायद यही सोचकर अब तक पुलिस में शिकायत नहीं की गई है। 

शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने बताया कि वह मंगलवार को अमरकंटक सुपरफास्ट एक्सप्रेस से रायपुर से पेंड्रा के लिए रवाना हुए थे। उन्हें बुधवार को स्कूलों में बच्चों को नश्ता बांटे जाने के कार्यक्रम में शामिल होना था। 


बताया जा रहा है कि अमरकंटक एक्सप्रेस से रायपुर से पेंड्रा रोड रेस्ट हाउस पहुंचने के बीच बैग चोरी हुआ। काफी खोजबीन के बाद बैग का पता नहीं चला। बैग में 30 हजार रुपये नगद सहित अन्य सामान थे। फिलहाल मामले में रेल और पुलिस प्रशासन द्वारा बैग को खोजने का प्रयास किया जा रहा है।


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छत्तीसगढ़ की 44 नगर पालिकाओं के लिए आरक्षण तय, जानिए किस पालिका में किसे मिला आरक्षण

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रायपुर। छत्तीसगढ़ के 13 नगर निगमों के अलावा 44 नगर पालिकाओं के अध्यक्ष पद के चुनाव के लिए भी आरक्षण तय कर दिया गया है। इसमें अनुसूचित जाति के लिए छह, अनुसूचित जनजाति  के लिए पांच और अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए 11 नगर पालिका आरक्षित रखे गए हैं, वहीं 21 नगर पालिका में अध्यक्ष का पद अनारक्षित हैं




अनारक्षित नगर पालिकाओं में किरंदुल, सुकमा, कांकेर, कवर्धा, जामुल, कुम्हारी, दल्लीराजहरा, बालोद, बेमेतरा, महासमुंद, तिल्दा-नेवरा, गोबरा नवापारा, गरियाबंद, बलौदा बाजार, खरसिया, चांपा, सक्ती, कटघोरा, सूरजपुर, मनेंद्रगढ़ और बैकुंठपुर शामिल हैं, इसमें खरसिया, कांकेर, बेमेतरा, सक्ती, बैकुंठपुर और तिल्दा-नेवरा महिला के लिए आरक्षित रखा गया है।


अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित नगर पालिकाओं में बागबहरा, सारंगगढ़ शामिल हैं। इनमें से बागबहरा और सारंगगढ़ को महिला के लिए आरक्षित रखा गया है।


अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षित नगर पालिकाओं में नारायणपुर और दंतेवाड़ा नगरपालिका को महिला के लिए आरक्षित रखे गए हैं। वहीं अन्य पिछड़ा वर्ग के लिए बड़े बचेली (महिला), कोंडागांव (महिला), खैरागढ़, आरंग, तखतपुर, शिवपुर चरचा,  सरायपाली, भाटापारा महिला, अहिवारा, दीपिका (महिला) के लिए आरक्षित है।

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ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले पुलिसकर्मियों को भरना होगा दोगुना जुर्माना... PHQ ने सभी एसपी को जारी किया आदेश

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12 September 2019


रायपुर। छत्तीसगढ़ में नया ट्रांसपोर्ट एक्ट अभी लागू नहीं हुआ है। इसके बावजूद पुलिस महकमे में एक आदेश को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। दरअसल, पीएचक्यू ने एक आदेश जारी किया है, जिसके अनुसार ट्रैफिक नियम तोड़ने पर पुलिस वालों से नए एक्ट के तहत दोगुना जुर्माना राशि वसूलने का नियम लागू किया जा रहा है। 



पुलिस मुख्यालय से राज्यभर के सभी एसपी को इस संबंध में आदेश जारी किया गया है। स्पेशल डीजी आरके विज द्वारा जारी किए गए पत्र में कहा गया है कि अगर पुलिस अधिकारी-कर्मचारी मोटर व्हीकल एक्ट का उल्लंघन करते पाए जाएं तो उनके खिलाफ कार्रवाई हो। उन्होंने कहा कि इसके अलावा उनके खिलाफ अनुशासनहीनता की कार्रवाई भी की जाए। 


बता दें कि केन्द्र सरकार द्वारा केंद्रीय मोटरयान अधिनियम 1988 में बदलाव किया गया है। जिसमें ट्रैफिक नियम तोड़ने पर जुर्माने की राशि बढ़ाई गई है। इस एक्ट में ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले सरकारी मुलाजिम के लिए विशेष प्रावधान किया गया है। 


हालांकि, छत्तीसगढ़ में नए एक्ट को लागू करने पर रोक लगा दी गई है, पुराने रेट के हिसाब से जुर्माना किया जा रहा है। इस बीच पुलिस अफसरों और जवानों के लिए नया एक्ट लागू करना चर्चा का विषय बना है।


छत्तीसगढ़ के कोरबा जिले में अलग-अलग मामलों में लोगों से तगड़ा फाईन वसूला गया। यहां शराब पीकर ऑटो चला रहे दो चालक जांच के दौरान पकड़े गए। इनका चालान काट न्यायालय भेजा गया। कोर्ट ने दोनों पर दस-दस हजार रुपये का जुर्माना किया। 



इसी तरह मोबाइल पर बात करते हुए दो युवक पकड़े गए। न्यायालय में इन पर पांच हजार का जुर्माना किया गया। वहीं एक अन्य ट्रेलर चालक, बाइक में सवार तीन युवकों से कुल 37 हजार रूपए जुर्माने के वसूले गए। 


आपको बता दें कि केंद्र सरकार ने यातायात कानून में बदलाव कर जुर्माने की रकम को 50 से 60 प्रतिशत तक बढ़ा दिया है। हालांकि, छत्तीसगढ़ में बढ़े हुए जुर्माने को लागू नहीं किया गया है। इसके पीछे सरकार की दलील है कि इस कानून को अध्ययन के बाद ही लागू किया जाएगा। 





स्पेशल डीजी आरके विज ने बताया कि ट्रैफिल रूल्स को लेकर आदेश जारी किया गया है। ट्रैफिक नियम तोड़ने पर पुलिसकर्मियों से नए एक्ट के हिसाब से जुर्माना वसूला जाएगा। उनसे पब्लिक की जुर्माने की राशि से दोगुनी रकम वसूली की जाएगी। इसके लिए राज्यभर के एसपी को आदेश जारी किया गया है। 

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VIDEO : लखमा के बाद अब कांग्रेस MLA बृहस्पति सिंह ने दिया विवादास्पद बयान... बोले- 'अफसरों को जूता मारना पड़े तो मारो'

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रायपुर। छत्तीसगढ़ की भूपेश सरकार के मंत्री और विधायकों के विवादित बयानों और बड़बोलेपन से सरकार की फजीहत हो रही है। आबकारी मंत्री कवासी लखमा के बाद अब रामानुजगंज से कांग्रेस के विधायक बृहस्पति सिंह ने विवादास्पद बयान देकर सरकार के लिए मुसीबतें खड़ी कर दी हैं।



छत्तीसगढ़ के कांग्रेस विधायक बृहस्पति सिंह किसानों के हक में बोलते-बोलते मर्यादा तोड़ बैठे। विधायक बृहस्पति सिंह ने कहा कि अगर बैंक का कोई भी अफसर किसानों को झूठे लोन के वसूली के नाम पर तंग करता है तो उसे जूता मारना पड़े तो मारिए।





कांग्रेस एमएलए बृहस्पति सिंह छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में एक कार्यक्रम में लोगों को संबोधित कर रहे थे। बृहस्पति सिंह ने कहा कि हमारे अन्नदाता को कोई परेशान नहीं कर सकता है। 


विधायक ने कहा है कि कुछ बैंक अधिकारियों ने किसानों गलत तरीके से दस्तखत करा लिया है और उन्हें कर्ज वसूली का नोटिस भेज रहे हैं। उन्होंने कहा कि वे इस मामले की शिकायत मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और जिले के कलेक्टर से कर चुके हैं. लेकिन अगर कोई अधिकारी ऐसा करता है तो आप को उन्हें जूते मारने चाहिए।


बृहस्पति सिंह ने कहा, 'किसानों ने लोन नहीं लिया है, लेकिन बैंक अधिकारियों ने धोखे से हस्ताक्षर करवा लिया है और अब नोटिस भेज रहे हैं...ये बहुत गंभीर बात है...मैने मुख्यमंत्री साहब से बात की है, कलेक्टर से बात की है...मेरा आपसे आग्रह है कि जो अधिकारी गड़बड़ करता है, किसानों को धोखा देता है...जो अन्नदाता हमारा-आपका पेट भरने का काम करता है...उसके साथ कोई अधिकारी अगर गड़बड़ करेगा तो किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।'


बता दें कि इस कार्यक्रम में खाद्य मंत्री अमरजीत सिंह भगत भी मौजूद थे। विधायक ने कहा कि ऐसे अधिकारियों के खिलाफ जांच होनी चाहिए और उन्हें हर हाल में जेल भेजा जाना चाहिए। ऐसे अधिकारियों को अगर जूता मारना पड़े तो मारो, लेकिन किसानों को धोखा देना कदापि बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। 


गौरतलब है कि हाल ही में छत्तीसगढ़ सरकार में आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने बच्चों को नसीहत देते कहा था कि 'बड़ा नेता बनना है तो कलेक्टर-एसपी का कॉलर पकड़ो।' उनके इस बयान की जमकर आचोलना हुई थी। अब कांग्रेस विधायक के ताजा बयान से सियासी बवाल मचना तय है। 

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ड्राईवर को आई झपकी और तेज रफ्तार यात्री बस पेड़ से जा टकराई... हादसे में 12 यात्री जख्मी, घायलों को एमरजेंसी डोर से निकाला गया

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10 September 2019


धमतरी। छत्तीसगढ़ के धमतरी में मंगलवार सुबह तेज रफ्तार यात्री बस पलटने से 12 यात्री घायल हो गए। घायलों में चार की हालत गंभीर है। उनमें से तीन यात्रियों को रायपुर रेफर किया गया है। हादसा अर्जुनी थाना क्षेत्र में गागरा पुल के पास हुआ। 


बताया जा रहा है कि बस सड़क किनारे लगे पेड़ों से टकराते हुए नीचे उतरकर पलट गई। हादसे के दौरान सभी यात्री सो रहे थे। 



जानकारी के मुताबिक, मनीष ट्रेवल्स की लग्जरी बस सोमवार की रात बैलाडीला से 25 यात्रियों को लेकर दुर्ग के लिए निकली थी। तेज रफ्तार बस अभी अर्जुनी क्षेत्र के गागरा पुल के पास पहुंची ही थी कि सुबह करीब 5.45 बजे अनियंत्रित होकर सड़क किनारे लगे पेड़ों से टकराती चली गई। 






बताया जा रहा है कि सुबह-सुबह बस चालक को नींद की झपकी आने के कारण हादसा हुआ है। बस की रफ्तार तेज होने के कारण चालक को संभालने का मौका ही नहीं मिला। बस एक के बाद एक पेड़ों को टक्कर मारते हुए सड़क से नीचे उतर गई। 


सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और एंबुलेंस से यात्रियों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया। 




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अंतागढ़ टेप कांड मामले में सनसनीखेज खुलासा... मंतूराम पवार ने मजिस्ट्रेट के सामने दिया बयान- राजेश मूणत के बंगले पर साढ़े 7 करोड़ में हुई थी डील

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07 September 2019


रायपुर। अंतागढ़ टेप कांड मामले में मंतूराम पवार ने सनसनीखेज खुलासा किया है। उन्होंने मजिस्ट्रेट के सामने बयान दिया है कि पूर्व मंत्री राजेश मूणत के बंगले में साढ़े 7 करोड़ में डील हुई थी।  मंतूराम पवार ने मामले में पूर्व सीएम डॉ रमन सिंह, अजीत जोगी, अमित जोगी और राजेश मूणत के खिलाफ गंभीर आरोप लगाया है।



मंतूराम ने धारा 164 के तहत मजिस्ट्रेट के सामने बयान दर्ज कराते हुए कहा है कि उन पर प्रेशर डालकर यह डील की गई थी। इस डील के बाद वह काफी गिल्टी महसूस कर रहे थे। मंतूराम के इस बयान के बाद छत्तीसगढ़ में सियासी बवंडर आ सकता है। 




मंतूराम पवार ने अपने बयान में साफ तौर पर कहा कि इस पूरे मामले में तत्कालीन मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह, अजीत जोगी और अमित जोगी शामिल थे। पूर्व मंत्री राजेश मूणत के बंगले पर साढ़े 7 करोड़ रुपए का लेनदेन हुआ था।



आपको बता दें कि अंतागढ़ में उपचुनाव के समय कांग्रेस उम्मीदवार मंतूराम पवार ने आखिर वक्त पर अपना नाम वापस लेकर सबको चौंका दिया था। इस पूरे प्रकरण में एक सीडी वायरल हुई थी। सीडी में कथित तौर पर अमित जोगी, अजीत जोगी, डॉ पुनीत गुप्ता, मेनन और फिरोज सिद्धिकी की आवाजें थी।




अंतागढ़ टेपकांड जाँच को लेकर कांग्रेस की भूपेश सरकार ने एसआईटी गठित की। मामले में पंडरी थाने में अपराध में पंजीबद्ध किया गया। पंडरी थाने में दर्ज अपराध में किरणमयी नायक प्रार्थी हैं, जबकि आरोपी के रुप में मंतुराम पवार, अजित जोगी, अमित जोगी और डॉ पुनीत गुप्ता के नाम दर्ज है।



इधर, अंतागढ़ टेप कांड मामले में वॉइस सैम्पल को लेकर 11 सितंबर को अगली सुनवाई होगी। अमित जोगी ने मामले में खुद ही पैरवी करने की इच्छा जताई है।


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दंतेवाड़ा कलेक्टर पर पक्षपात का आरोप, BJP नेताओं ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से की शिकायत

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05 September 2019


रायपुर। दंतेवाड़ा उपचुनाव को लेकर राजनीति गरमाने लगी है। बीजेपी के नेताओं ने दंतेवाड़ा कलेक्टर टोपेश्वर वर्मा पर पक्षपात का आरोप लगाते गुरूवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी से मुलाकात कर शिकायत की। 



सीईओ सुब्रत साहू से मुलाकात के बाद बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने बताया कि दन्तेवाड़ा उपचुनाव में अनियमितता की शिकायतें लगातार आ रही हैं। वहां आचार संहिता का खुला उल्लंघन किया जा रहा है। दंतेवाड़ा कलेक्टर वर्मा ने पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाया है।






दंतेवाड़ा उपचुनाव में उनके कलेक्टर रहते निष्पक्ष चुनाव नहीं हो सकता। क्योंकि उनके कई फ़ैसले ऐसे हैं जो पक्षपातपूर्ण हैं। बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि आरक्षण का अध्यादेश और भीमा मंडावी हत्याकांड मामले की न्यायिक जांच की अंतरिम रिपोर्ट सामने लाना आचार सहिंता का उल्लंघन है। 



बीजेपी नेताओं ने इसको लेकर चुनाव आयोग से शिकायत की है। नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि हमने सुरक्षा को लेकर निर्वाचन आयोग से मांग की है कि दंतेवाड़ा में CRPF की तैनाती की जाए। मुलाकात के दौरान BJP नेताओं ने दंतेवाड़ा में स्टार प्रचारकों को सुरक्षा नहीं मिलने की शिकायत भी की है। 




भाजपा नेताओं के मुताबिक समय रहते यदि कलेक्टर को नहीं हटाया गया तो इसकी शिकायत केंद्रीय निर्वाचन आयोग में की जाएगी। बता दें कि भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विक्रम उसेण्डी, नेताप्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल, अजय चंद्राकर व नरेश गुप्ता ने मुख्य चुनाव पदाधिकारी से मुलाकात की। 


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टीचर्स डे पर राज्यपाल ने प्रदेश के 48 शिक्षकों का किया सम्मान, 8 विद्यालय भी हुए पुरस्कृत, देखिए पूरी सूची

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रायपुर। शिक्षक दिवस के अवसर पर राजभवन में आयोजित राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में राज्यपाल अनुसुईया उइके ने प्रदेश के 48 शिक्षकों और 8 विद्यालयों को सम्मानित किया। समारोह की अध्यक्षता मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की। वहीं विशिष्ट अतिथि के रूप में स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम कार्यक्रम में उपस्थित थे। 



राज्य स्तरीय शिक्षक सम्मान समारोह में 48 शिक्षकों को शाल, श्रीफल, प्रशस्ति पत्र और पुरस्कार राशि प्रदान कर सम्मानित किया गया। इनमें से 44 शिक्षक राज्य शिक्षक सम्मान और 4 शिक्षकों को प्रदेश के महान साहित्यकारों के नाम पर स्मृति पुरस्कार से सम्मानित किया गया। इसके साथ ही 8 उत्कृष्ट शालाओं को भी पुरस्कृत किया गया। 



समारोह में राज्य शिक्षक पुरस्कार 2018 के लिए चयनित 44 शिक्षकों में से प्रत्येक को 21 हजार रूपए की राशि और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। इसके अलावा प्रदेश के महान विभूतियों की स्मृति में दिए जाने वाले पुरस्कार से सम्मानित होने वाले प्रत्येक शिक्षक को 50 हजार रूपए और प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। 



उत्कृष्ट विद्यालय के रूप में प्राथमिक, पूर्व माध्यमिक, हाई स्कूल और हायर सेकेण्डरी स्तर के दो-दो स्कूलों का चयन किया गया है। प्रत्येक प्राथमिक शाला को 10 हजार रूपए, पूर्व माध्यमिक शाला को 15 हजार, हाई स्कूल को 20 हजार और हायर सेकेण्डरी स्कूल को 25 हजार रूपए का पुरस्कार प्रदान किया गया।  



इन शिक्षकों का हुआ सम्मान...

  • कांकेर जिले से प्रधान अध्यापक शासकीय कन्या प्राथमिक आश्रम अंतागढ़ की ललिता रंगारी और व्याख्याता पंचायत शासकीय कन्या माध्यमिक विद्यालय डुमाली की मीरा आर्ची चौहान।
  • कोरबा जिले से व्याख्याता शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला पिपरिया ललित कुमार चन्द्रा, रायपुर जिले से केन्द्रीय जेल रायपुर के शिक्षक नेतराम नाकतोड़े और सखाराम दुबे कन्या प्राथमिक शाला विवेकानन्द आश्रम की सहायक शिक्षक ममता अहीर।



  • मुंगेली जिले से शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बांकी के प्रधान अध्यापक रूपचन्द्र पाटले, बालोद जिले से शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला खुंदनी-गुरूर के व्याख्याता पंचायत पूरनलाल साहू और शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला चौरेल-गुंडरदेही के व्याख्याता पंचायत भुवनलाल सिन्हा।
  • दुर्ग जिले के शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला चरौदा टैंक-भिलाई की व्याख्याता मित्राराय चौधरी और शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला मतवारी के प्राचार्य जिनेन्द्र कुमार जैन, कोरिया जिले से शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला पोडीबदरा के प्राचार्य डीके उपाध्याय और शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला रोकड़ा-मनेन्द्रगढ़ के उच्च श्रेणी शिक्षक फूलसिंग।



  • कबीरधाम जिले से शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला राजनवागांव के व्याख्याता पंचायत शिवेन्द्र चन्द्रवंशी और शासकीय प्राथमिक शाला सैगोना-कवर्धा की प्रधान पाठक अफसाना कुरैशी, जांजगीर-चांपा जिले से शासकीय प्राथमिक शाला धनुरवारपारा-सौंधी के सहायक शिक्षक पंचायत श्री देवकुमार चंद्रवंशी और शासकीय प्राथमिक शाला पचेड़ा के सहायक शिक्षक श्री बोधीराम साहू।
  • सुकमा जिले से शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला सुकमा की व्याख्याता रीना सिंह और शासकीय कन्या माध्यमिक शाला कोंटा के प्रधान अध्यापक सुशील कुमार श्रीवास, बिलासपुर जिले से शासकीय प्राथमिक शाला हरदीपारा-बिल्हा के प्रधान अधापक योगेन्द्र कुमार गौराहा और पूर्व माध्यमिक शाला टेंगनभाठ के शिक्षक श्री रघुवंश कुमार मिश्रा।

  • गरियाबंद जिले से शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला तेतलखुटी-मैनपुर के व्याख्याता कमलेश्वर प्रसाद बघेल और शासकीय प्राथमिक शाला उन्डूपदर के सहायक शिक्षक उमेश कुमार श्रीवास, महासमुंद जिले से शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कोमाखान के शिक्षक विजय कुमार शर्मा और शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला अछोली के शिक्षक एतराम साहू।



  • बलरामपुर जिले से शासकीय हाई स्कूल पेण्डारी-वाड्रफनगर की व्याख्याता पंचायत सविता सिंह और शासकीय हाई स्कूल फूलीडूमर-वाड्रफनगर के व्याख्याता बलराम प्रसाद गुप्ता, बेमेतरा जिले से शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक शाला बेरला के व्याख्याता भूपेन्द्र कुमार परघनिहा और शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला कंडरका-बेरला के व्याख्याता राजेन्द्र कुमार झा।



  • रायगढ़ जिले के शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला केराबहार-बरमकेला के शिक्षक पंचायत कान्हूराम गुप्ता और शासकीय प्राथमिक शाला कछार के प्रधान अध्यापक भुवनेश्वर पटेल, धमतरी जिले से शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय खरतुली के व्याख्याता पंचायत भूषणलाल चन्द्राकर और शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला सलौनी के व्याख्याता घनश्याम सिंह साहू। 



  • सरगुजा जिले से शासकीय प्राथमिक शाला महेशपुर के प्रधान अध्यापक सीएल दुबे और शासकीय प्राथमिक शाला जामझरिया-मैनपाट के सहायक शिक्षक पंचायत अरविंद कुमार गुप्ता, राजनांदगांव जिले से शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला दयका-खैरागढ़ के शिक्षक रघुनाथ प्रसाद सिन्हा और शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला कोहलबोड़-खैरागढ़ की शिक्षक पंचायत अनुराधा सिंह। 



  • बलौदाबाजार जिले से शासकीय प्राथमिक शाला खैरालवन के प्रधान अध्यापक भागवत प्रसाद चन्द्राकर और शासकीय उच्चतर माध्यमिक शाला केसदा के व्याख्याता चोवाराम वर्मा, सक्ती जिले से शासकीय हाई स्कूल भलनी-जैजैपुर के व्याख्याता पंचायत राघवेन्द्र प्रताप सिंह राठौर और शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला माजरकुंद के शिक्षक टीकाराम सारथी



  • दंतेवाड़ा जिले से शासकीय हाई स्कूल आंवराभाटा के प्रधान अध्यापक श्यामलाल शोरी और शासकीय हाई स्कूल आंवराभाटा की व्याख्याता सुनीता गोस्वामी, जशपुर जिले से शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला बालाछापर के प्रधान अध्यापक सादराम जगत और शासकीय कन्या पूर्व कन्या माध्यमिक शाला जशपुर की शिक्षक पंचायत गीता झा।



राज्य स्मृति पुरस्कार:   राज्य स्तरीय समारोह में प्रदेश की महान साहित्यिक विभूतियों के नाम पर 4 शिक्षकों को राज्य शिक्षक सम्मान से नवाजा गया। इनमें जांजगीर-चांपा के रामनाथ साहू को 'डॉ. मुकुटधर पाण्डेय स्मृति पुरस्कार', रायपुर की रजनी शर्मा को 'डॉ. बलदेव प्रसाद मिश्र स्मृति पुरस्कार', दुर्ग के संजय कुमार मैथिल को 'डॉ. पदुमलाल पुन्नालाल बक्शी स्मृति पुरस्कार' और गरियाबंद के संतोष कुमार साहू को 'डॉ. गजानन्द माधव मुक्तिबोध स्मृति पुरस्कार' प्रदान किया गया।


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