लखनऊ। समाजवादी पार्टी ने वाराणसी लोकसभा सीट से अंतिम समय में अपना उम्मीदवार बदल दिया है। सपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोेदी के खिलाफ अब बर्खास्त बीएसएफ जवान तेज बहादुर को टिकट दिया है। तेज बहादुर जवानों को मिलने वाले खाने की खराब गुणवत्ता का एक वीडियो जारी कर चर्चा में आए थे। उन्होंने पहले ही वाराणसी से निर्दलीय प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़ने का ऐलान कर दिया था।
इससे पहले सपा ने इस सीट से पूर्व केंद्रीय मंत्री श्यामलाल यादव की बहू शालिनी यादव को उम्मीदवार बनाया था। शालिनी नामांकन भी दाखिल कर चुकीं हैं। वहीं कांग्रेस ने इस सीट से दोबारा अजय राय को टिकट दिया है।
बता दें कि 2017 में बीएसएफ के जवान तेजबहादुर यादव का सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ था जिसमें उन्होंने जवानों को मिलने वाले खराब खाने के बारे में बताया था। वीडियो में तेजबहादुर यादव ने खाने की गुणवत्ता पर सवाल खड़े किए थे। वीडियो के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय ने केंद्रीय गृह मंत्रालय और बीएसएफ से मामले की विस्तृत रिपोर्ट मांगी थी।
इस बीच तेजबहादुर ने वीआरएस के लिए अप्लाई किया था, जिसे स्वीकार नहीं किया गया। बल्कि उन्हें निर्देश दिया गया कि जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, वे बीएसएफ नहीं छोड़ सकते। इसके विरोध में तेज बहादुर राजौरी स्थित मुख्यालय में भूख हड़ताल पर बैठ गए थे।
इसके बाद 19 अप्रैल को तेज बहादुर को बीएसएफ से बर्खास्त कर दिया गया था। रिपोर्ट्स के मुताबिक बीएसएफ ने जांच के बाद तेज बहादुर यादव को नौकरी से निकालने का फैसला किया था। उन पर सीमा सुरक्षा बल का अनुशासन तोड़ने को लेकर जांच की गई थी और फिर उन्हें बर्खास्त कर दिया गया था।
बर्खास्त होने के बाद तेज बहादुर ने कहा था कि वह न्याय के लिए लड़ाई जारी रखेंगे। उन्होंने कहा था कि उनकी लड़ाई सारे सैनिकों के लिए है।
हरियाणा के राताकलां गांव के रहने वाले तेज बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों की फैमिली से है। उनके पिता शेर सिंह बताते हैं कि तेज बहादुर के दादा ईश्वर सिंह सुभाष चंद्र बोस के साथ रहते थे। हरियाणा सरकार ने उन्हें ताम्र पत्र देकर सम्मानित भी कर रखा है।