बीजापुर। नगरपालिका की करीब 25 हजार की आबादी को 33.75 लाख लीटर पानी की सप्लाई करने में काफी दिक्कत हो रही है। ऐसे में भीषण गर्मी में शहर के ड्राई जोन में लोगों के बीच सिर फुटौव्वल की नौबत आन पड़ी है।
सूत्रों के मुताबिक अभी पालिका क्षेत्र की आबादी करीब 25 हजार है और प्रति व्यक्ति 135 लीटर खपत के मान से 33.75 लाख लीटर पानी की रोजाना दरकार है। सबसे ज्यादा समस्या शांतिनगर और सुभाषचंद्र वार्ड के चट्टानपारा की है, जहां पानी के लिए हाहाकार मचा हुआ है। यहां तक पाइपलाइन से जलापूर्ति नहीं हो पा रही है। इस वजह से इन दिनों यहां टैंकर से पानी भेजा जा रहा है।
शांतिनगर में रोजाना दस टैंकर और चट्टानपारा में भी तीन चार टैंकर पानी भेजा जा रहा है। राउतपारा में भी दो टैंकर भेजे जा रहे हैं। पालिका सूत्रों के मुताबिक जनपद के पास सबमर्सिबल पंप खराब हो जाने के कारण यहां भी टैंकर से पानी की सप्लाई की गई। डारापारा में भी यही दिक्कत पेश आई थी। कुछ स्थानों में बोर कर ड्राई जोन में पानी की आपूर्ति के बारे में सोचा जा रहा है।
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इधर, मिंगाचल नदी से पानी लाकर फिल्टर करने का प्रोजेक्ट बना है और इस पर काम भी शुरू हो गया है। नदी में इनटेक वेल बनाया जा रहा है। फिलहाल, पालिका क्षेत्र को पानी की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद नहीं है क्योंकि ये वाटर प्रोजेक्ट पूरा होने में काफी वक्त लगेगा। सीएमओ पवन कुमार मेरिया ने बताया कि कोशिश यही है कि लोगों को परेशानी ना हो।
फिर लगेगा 10 लाख का चूना: सीएमओ पवन मेरिया के मुताबिक स्वीमिंग पुल छह माह से बंद पड़ा है, क्योंकि पांच-पांच हाॅर्स पाॅवर के इसके तीनों पंप खराब हो गए हैं। पंपों की खरीदी में करीब पांच लाख का खर्च आएगा और इसकी फिटिंग में भी इतना ही। दरअसल, ये विशेष प्रकार से डिजाइन किया पंप होता है और इसे आर्डर पर बनाया जाता है। पहले बने स्वीमिंग पुल में तकनीकी खामी भी है।



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