पंकज दाऊद @ बीजापुर। नक्सलियों की पीपुल्स लोकल गुरिल्ला आर्मी ने सलवा जुड़ूम में सक्रिय रहे समाजवादी पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष संतोष पूनेम (44) की मंगलवार की दोपहर हत्या कर दी। यहां से करीब 50 किमी दूर मरीमल्ला की पहाड़ी में माओवादियों ने सपा नेता के सिर पर कुल्हाड़ी से वार कर मौत के घाट उतार दिया।
वारदात के पीछे पूनेम को नक्सलियों ने पूर्व मंत्री महेन्द्र कर्मा का सलवा जुड़ूम में उसूर ब्लाॅक में साथ देने को जिम्मेदार ठहराया है।
बता दें कि संतोष पूनेम ने 2013 और 2018 के विधानसभा चुनाव बीजापुर सीट से लड़ी थी। इस बार वे सपा की टिकट से चुनाव लड़े थे। बताया गया है कि उन्होंने तारलागुड़ा रोड के एक हिस्से का काम पेटी पर ठेकेदार पंकज हलधर निवासी पखांजूर से लिया था। वे काफी दिनों से जेसीबी, ट्रैक्टर और डोजर से इसका काम करवा रहे थे।
ये इलाका अतिसंवेदनशील है और अभी घाटी में काम हो रहा था। बताते हैं कि संतोष मंगलवार को जेसीबी में आई खराबी को ठीक करवाने बीजापुर आए थे और फिर वे इसे लेकर मिनकापल्ली में आकर रूके। वहां उन्होंने अपनी बोलेरो खड़ी कर दी और जेसीबी में डीजल लेकर मौके के लिए चले गए।
बताया गया है कि दोपहर दो बजे नक्सली मरीमल्ला आए और ड्राइवरों को काम रोककर जाने कहा। इसके बाद संतोष पूनेम पहुंचे जहां नक्सलियों ने उनके सिर पर धारदार हथियार से वार किया। इससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। नक्सलियों ने वहां खड़ी जेसीबी और डोजर को आग के हवाले कर दिया।
बताया गया है कि जेसीबी जगदलपुर और डोजर को तेलंगाना से किराए पर लाया गया था। नक्सलियों ने उनके पर्स से पैसे, पेन कार्ड, आधार कार्ड एवं अन्य कागजात निकाल कर वहीं रख दिए। इसे परिजनों ने बुधवार को उठाया।
नक्सलियों ने भी कर्मा को बताया बस्तर टाइगर: अपने लेटर पैड में नक्सलियों ने कांग्रेस नेता महेन्द्र कर्मा को बस्तर टाइगर कहते आरोप लगाया कि कारपोरेट घरानों को फायदा पहुंचाने उन्होंने सलवा जुड़म चलाया और बेगुनाहों पर अत्याचार किया। लूटपाट और मारपीट का शिकार आम जनता हुई। इसमें संतोष पूनेम ने महेन्द्र कर्मा का साथ दिया। नक्सलियों ने जुड़ूम लीडरों के खात्मे की बात कही है।