रायपुर/भुवनेश्वर। बंगाल की खाड़ी में बना फेनी तूफान मजबूत होकर उत्तर-पूर्व उड़ीसा की ओर आगे बढ़ रहा है। 1 मई को इसके ओड़िशा तट से टकराने की संभावना है। तूफान के असर से बस्तर इलाके में अंधड़ और बौछार पड़ने की संभावना है। प्रदेश के बाकी हिस्सों में इसका आंशिक प्रभाव रहेगा।
सोमवार को राजधानी समेत प्रदेशभर में तेज गर्मी रही। रायपुर में दिन का तापमान 43.4 डिग्री रहा। रविवार की तुलना में तापमान में बहुत मामूली वृद्धि हुई। फिर भी दिन में तेज गर्मी महसूस हुई। नमी बढ़ी हुई थी।
प्रदेश में सबसे ज्यादा गर्म बिलासपुर रहा। यहां तापमान 44.6 डिग्री तक पहुंच गया। यह सामान्य से दो डिग्री ज्यादा है। लालपुर मौसम केंद्र के सहायक मौसम विज्ञानी पीएल देवांगन के अनुसार तूफान की वजह से दक्षिण छत्तीसगढ़ में तेज हवा के साथ बारिश होगी। एक-दो जगहों पर गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ने की संभावना है।
बता दें कि फेनी तूफान ओडिशा तट की ओर बढ़ रहा है। राज्य सरकार ने एहतियाती कदम के तौर पर गंजाम, पुरी और केंद्रापाड़ा जिलों में कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी है। ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने तूफान फेनी से निपटने के लिए राज्य सरकार द्वारा की जा रही तैयारियों का सचिवालय भवन में जायजा लिया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि फेनी सोमवार को अंतर्राष्ट्रीय समयानुसार 11.30 बजे चेन्नई के लगभग 840 किलोमीटर पूर्व-दक्षिणपूर्व केंद्रित था। वह एक मई तक ओडिशा तट की तरफ पहुंच सकता है। चक्रवाती तूफान के कारण ओडिशा के तटीय जिलों में दो मई से बारिश के साथ 40-50 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से हवाएं चल सकती हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को कहा कि फेनी अगले छह घंटे में तेज हो जाएगा और इसके बाद के 24 घंटे के दौरान इसकी रफ्तार अत्यंत तीव्र हो जाएगी। यह एक मई तक उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ेगा और उसके बाद उत्तर-उत्तरपूर्व की ओर ओडिशा तट की तरफ मुड़ जाएगा। सिर्फ एक मई तक समुद्र में जाने की सलाह दी गई है।
गृह मंत्रालय के मुताबिक चक्रवात 'फेनी' के कारण मंगलवार को बहुत तेज तूफान में परिवर्तित होने की आशंका है। इसके मद्देनजर एनडीआरएफ और भारतीय तटरक्षक बल को हाई अलर्ट पर रखा गया है। साथ ही पुडुचेरी, तमिलनाडु और दक्षिण आंध्रप्रदेश के तटीय इलाकों में मछुआरों को समुद्र में न जाने के लिए कहा गया है। मौसम विभाग ने कहा कि गुरुवार तक यह चक्रवात बेहद खतरनाक तूफान का रूप ले सकता है।
ब्रह्मोस मिसाइल का परीक्षण टला: चक्रवात 'फेनी' के कारण भारतीय वायुसेना ने ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का परीक्षण टाल दिया है। भारतीय वायुसेना ने यह फैसला ब्रह्मोस एयरोस्पेस के साथ मिलकर लिया है। वायुसेना सुखोई-30 फाइटर जेट से इस मिसाइल का परीक्षण करने वाली थी, लेकिन इसे फिलहाल रोक दिया गया है।