कोरिया। छत्तीसगढ़ में आज तीसरे चरण के तहत 7 सीटों पर मतदान संपन्न हुआ। प्रदेश के कोरिया जिले में एक मतदान केन्द्र ऐसा भी था, जहां मतदान शुरू होने के आधे घंटे में ही मतदान खत्म हो गया। यहां 150 फीसदी वोट पड़े।
दरअसल, कोरबा लोस सीट के अंतर्गत छग का सबसे छोटा मतदान केंद्र कोरिया जिले के शेरा डांड़ में बनाया गया है। इस बूथ में केवल चार मतदाता हैं। कोई मतदाता न छूटे, इसलिए पत्तों की झोपड़ी और पंडाल में यहां अस्थाई मतदान केन्द्र बनाया गया।
इस केन्द्र में सुबह 7 बजते ही मतदान शुरू हो गया। साढ़े 7 बजते-बजते यहां मतदानकर्मियों समेत कुल 6 वोट पड़ चुके थे। खास बात तो यह है कि यहां मतदाताओं से दुगुने यानी करीब 10 लोगों की ड्यूटी लगाई गई है वोटिंग कराने के लिए। 4 मतदानकर्मी और 6 सुरक्षाकर्मी।
बता दें कि छत्तीसगढ़ की सीमा पर लरामपुर के करीब बसा यह गांव भरतपुर-सोनहत विधानसभा का हिस्सा है। यहां केवल एक ही परिवार रहता है। यह प्रदेश का सबसे कम वोटरों वाला पोलिंग बूथ है।
सेराडांड गांव में रहने वाले 4 वोटरों में से तीन लोग एक ही परिवार के सदस्य हैं। यह गांव, ग्राम पंचायत चंदहा से करीब 12 किमी दूर है। जंगल और पहाड़ों के बीच ऊबड़-खाबड़ रास्तों से होकर मतदान केंद्र तक पहुंचने के लिए इन मतदाताओं को काफी मुश्किलें उठानी पड़ती थीं। लिहाजा आयोग ने यहां भी बूथ बना दिया।
गांव में कोई भी सरकारी भवन नहीं होने से परेशानी इस बात की थी कि बूथ कहां बनाएं। इसके लिए भी तरकीब निकाली गई। लकड़ियों और पेड़ के पत्तों से झोपड़ी तैयार की गई। ऊपर पंडाल लगा दिया गया और बूथ तैयार हो गया। जिला मुख्यालय कोरिया से इस बूथ की दूरी करीब 110 किमी है।