नई दिल्ली @ एजेंसी। उत्तराखंड के बाढ़ प्रभावित इलाकों के लिए राहत सामग्री ले जा रहा हेलीकॉप्टर बुधवार को उत्तरकाशी में क्रैश हो गया। हेलीकॉप्टर उत्तरकाशी जिले के मोरी से मोल्डी जा रहा था। हेलीकॉप्टर में सवार तीनों लोगों की मौत हो गई है।
बता दें कि हेलिकॉप्टर में पायलट कैप्टन लाल, को-पायलट शैलेष और एक स्थानीय निवासी राजपाल सवार थे। बताया जा रहा है कि बादल फटने के कारण हुए हादसे के बाद राहत और बचाव अभियान चलाया जा रहा है। बुधवार को दुर्घटनाग्रस्त हेलिकॉप्टर को भी राहत और बचाव कार्य में लगाया गया था।
बादल फटने के बाद हुआ था हादसा: बता दें कि बाढ़ और भूस्खलन के कारण उत्तराखंड में भारी नुकसान हुआ है। यहां के आठ जिलों में त्राहि त्राहि मची है। कई जगह बादल फटने के बाद कोहराम मचा हुआ है तो कई जगह भूस्खलन से पहाड़ टूट कर सड़कों पर गिर रहे हैं। उत्तरकाशी के मोरी क्षेत्र में रविवार को बादल फट गया था। इस हादसे में 17 लोगों की मौत हो गई। अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।
Uttarakhand: A helicopter, carrying relief material to flood-affected areas, crashed in Uttarkashi today. The helicopter was going from Mori to Moldi, in Uttarkashi district. Three people, Pilot Rajpal, Co-pilot Kaptal Lal&a local person Ramesh Sawar, were on-board the helicopter pic.twitter.com/TPkufaakY9— ANI (@ANI) August 21, 2019
पिछले दो दिनों में हुई यहां भारी बारिश के चलते उत्तराखंड की छोटी-बड़ी सभी नदियां उफान पर हैं। हरिद्वार में गंगा खतरे के निशान को पार कर गई है।
आपदा प्रबंधन के सचिव एसए मुरुगेसन ने बताया कि उत्तरकाशी के मोरी तहसील में बादल फटने से 17 लोगों की मौत हो गई। राहत और बचाव कार्य चल रहा है। सोमवार को वित्त सचिव अमित नेगी, महानिरीक्षक (आईजी) संजय गुंज्याल और उत्तरकाशी के जिला मजिस्ट्रेट (डीएम) आशीष चौहान ने अरकोट में हालात का जायजा लिया।
उत्तरकाशी के जिला प्रबंधन अधिकारी देवेंद्र पटवाल ने बताया, 'जिले के माकुडी गांव से दो और शव बरामद हुए, जिससे मरने वालों की संख्या बढ़कर अब 17 हो गई है। एक को छोड़कर बाकी सभी शवों की पहचान कर ली गयी है। बादल फटने और भूस्खलन की घटनाओं में आराकोट, माकुडी, मोल्डा, सनेल, टिकोची और द्विचाणु में कई मकान ढह गये थे।'