दंतेवाड़ा। बैलाडीला स्थित एनएमडीसी के 13 नंबर लौह अयस्क खदान अडानी ग्रुप को दिए जाने के विरोध में आदिवासी लामबंद हो गए हैं। सरकार के इस फैसले की मुखालफत करते शुक्रवार को बड़ी संख्या में ग्रामीण किरन्दुल पहुंचे और NMDC दफ्तर का घेराव कर दिया।
आदिवासियों के इस प्रदर्शन को कांग्रेस व जोगी कांग्रेस समेत विपक्षी दलों का समर्थन हासिल है। उधर, नक्सलियों ने भी विरोध-प्रदर्शन के समर्थन में पर्चे फेंक अडानी ग्रुप का विरोध किया है। आंदोलन में बड़ी संख्या में ग्रामीणों की मौजूदगी के मद्देनजर पुलिस द्वारा सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।
बता दें कि अडानी की कंपनी को एनएमडीसी के डिपॉजिट 13 की खदान सौंपने का विरोध लंबे समय से आदिवासी कर रहे हैं। इसके विरोध में कई बार रैलियां भी निकाली जा चुकी हैं। शुक्रवार की अलसुबह से ही ग्रामीणों ने एनएमडीसी किरन्दुल के चेकपोस्ट को घेर लिया और वहां धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
आदिवासियों के इस आंदोलन को नक्सलियों ने भी समर्थन दिया है। इसी के चलते पुलिस भी पूरी तरह से मुस्तैद है।
एसपी अभिषेक पल्लव के मुताबिक माओवादियों के इशारों पर ही ग्रामीण एकत्रित हो रहे हैं। एहतियातन पुलिस के 400 जवान तैनात किए गए हैं जो हर गतिविधि पर कड़ी नजर रख रहे हैं। वहीं ड्रोन से भी समूचे इलाके की मानीटरिंग की जा रही है।