पंकज दाऊद @ बीजापुर। जिले में 14 साल पहले शुरू हुई सलवा जुड़ूम की आग आज भी भड़क रही है और नक्सली इस आंदोलन से जुड़े लोगों को अब भी अपना निशाना बना रहे हैं।
माओवादियों ने शनिवार की रात भैरमगढ़ से सिर्फ 2 किमी दूर टोटापारा में जुड़ूूम से जुड़े रहे कांग्रेसी कार्यकर्ता सहदेव समरथ (30) की धारदार हथियार से हत्या कर दी। सूत्रों के मुताबिक सहदेव कई सालों से बतौर कांग्रेस कार्यकर्ता कार्य कर रहा था और भैरमगढ़ में ऑटो चलाता था।
बताया गया है कि सहदेव अपनी पहली पत्नी के मायके टोटापारा शनिवार को आया हुआ था। जब वह ससुराल में था, तब रात करीब साढ़े 10 बजे 6-7 हथियारबंद लोग पहुंचे और धारदार हथियार से वार कर उसकी हत्या कर दी। रविवार की सुबह भैरमगढ़ में ही पोस्टमार्टम कर शव उसके परिजनों के सुपुर्द किया गया।
मूलतः इंद्रावती नदी के किनारे बसे गांव गुड़साकल निवासी सहदेव की पहली शादी टोटापारा में हुई। उसके पहली पत्नी के दो बच्चे हैं जबकि तुमनार में उसकी दूसरी पत्नी है। उसका एक बच्चा है। वह यहां ऑटो चलाकर परिवार को चलाता था।
जान बचाने कैम्प में ली शरण: सहदेव समरथ 2005 में भैरमगढ़ के देवांगनपारा में बने सलवा जुड़ूम राहत शिविर में गुड़साकल से आकर बस गया था। दरअसल, वह तब सलवा जुड़ूम आंदोलन से जुड़ा था और गांव में उसकी जान को खतरा था।
बता दें कि सलवा जुड़ूम यानि शांति अभियान से जुड़े कई नेताओं और कार्यकर्ताओं को नक्सली अपना निशाना बना चुके हैं। यही वजह है कि कई परिवारों को अपनी पुश्तैनी जमीन छोड़कर अन्य स्थानों में रहना पड़ रहा है।