रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में शनिवार को एक ऐसा नजारा दिखा जो पहले कभी नहीं देखा गया। दरअसल, देश में पहली बार किन्नरों का सामूहिक विवाह आयोजित हुआ जिसके गवाह शहरवासी बने। आयोजन में देशभर से किन्नर आशीर्वाद देने पहुंचे।
हाल ही में देश के कानून में हुए अहम बदलाव के चलते किन्नरों को कानूनी मान्यता मिली और अब इस नई पहल से किन्नर समाज के लिए बदलाव का नया दौर भी शुरू हो गया है।
पचपेड़ी नाका स्थित पुजारी पार्क में विवाह मंडप सजाया गया जिसमें इसमें 15 जोड़ों का विवाह हुआ। सभी किन्नरों का कन्यादान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के हाथों हुआ। दुल्हन के रूप में सजी किन्नरों के साथ युवकों ने शादी की रश्में निभाईं और अग्नि के सात फेरे लेकर उन्हें अपनी पत्नी के रूप में स्वीकार किया।
बता दें कि चित्राग्राही फिल्म्स की पहल पर यह कार्यक्रम आयोजित किया गया जिसमें किन्नरों का विवाह पूरे विधि विधान के साथ संपन्न हुआ। दूल्हे घोड़ी पर चढ़कर बारात ले कर निकले और अपनी दुल्हन को डोली में बिठाकर लाया। हिंदू रीति-रिवाज से विवाह की सभी रस्में पूरी की गईं।
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