नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ के महासमुंद विधानसभा से कांग्रेस विधायक विनोद चंद्राकर के ऊपर एयर इंडिया की एक महिला कर्मचारी को अपमानित करने अथवा बदसलूकी करने का आरोप लगा है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि, 'विधायक के बोर्डिंग कार्ड पर 5:30 बजे का समय लिखा हुआ था। विमान में पांच यात्रियों को छोड़कर सभी यात्री सवार थे। इसके बाद भी सुरक्षा होल्ड क्षेत्र (SHA) और चेक-इन क्षेत्र में 6:12 तक फ्लाइट के उड़ान की बार-बार घोषणा की जाती रही। '
रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि 'एक यात्री ने सूचना दी कि अन्य लोग रास्ते में हैं। रायपुर एयरपोर्ट मैनेजर, एयर इंडिया का एक अधिकारी
(फीमेल स्टाफ) और एक ग्राहक सेवा एजेंट (सीएसए) ने यात्रियों का इंतजार किया। इतने के बाद भी जब 6:13 बजे तक यात्री नहीं पहुंचे तो विमान का दरवाजा 6:18 पर बंद कर दिया गया और और फ्लाइट 6:30 बजे रवाना कर दी गई। यह जानकारी एयर इंडिया की रिपोर्ट में है।
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रिपोर्ट में आगे कहा गया, 'एक यात्री ने बताया कि अन्य लोग रास्ते में थे. एयर इंडिया रायपुर एयरपोर्ट मैनेजर, एक अधिकारी और एक ग्राहक सेवा एजेंट (सीएसए) ने यात्रियों का इंतजार किया। इसके बाद भी जब 6:13 बजे तक यात्री नहीं पहुंचे तो फ्लाइट का दरवाजा 6:18 पर बंद कर दिए गए और फ्लाइट 6:30 बजे रवाना कर दी गई।'
इस बारे में विधायक विनोद से संपर्क किया और फोन पर इस आरोप के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि मैं एक विधायक हूं, मुझे पता कि किसी के साथ कैसे पेश आना चाहिए। मैं एयरपोर्ट पर करीब 5.30 बजे पहुंच गया था। उन्होंने आगे कहा कि मेरे सामान को दो बार चेक किया गया। दो बार सुरक्षा चेकिंग की वजह से ही देरी हुई।
हालांकि, मैं फाइनल गेट पर 6.5 मिनट पर पहुंचा। देर से पहुंचने की वजह से एयर इंडिया की महिला स्टाफ ने मुझ पर चिल्लाया और मुझे प्लेन में बैठने नहीं दी।
विधायक विनोद ने कहा कि मैं एयर इंडिया की महिला स्टाफ को मेरे ऊपर लगाए गए आरोपों को साबित करने की चुनौती देता हूं। साथ ही मैं एयर इंडिया प्रशासन से अनुरोध करता हूं कि वह एयर पोर्ट पर लगे सीसीटीवी कैमरे की जांच करें। इस पर एयर इंडिया के प्रवक्ता ने कहा कि मामले को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है और जांच के आदेश दिये हैं।
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