रायपुर। दंतेवाड़ा का उपचुनाव जीतने के लिए भाजपा कोई कोर कसर नहीं बाकि रखना चाहती है। बस्तर संभाग की 12 सीटों में से 11 सीटें भाजपा के खाते में नहीं है। लिहाजा पार्टी अपनी यह इकलौती सीट बचाने के लिए पूरा दमखम लगाएगी।
इसके लिए बीजेपी ने रणनीति बना ली है। बताया जा रहा है कि भाजपा उम्मीदवार ओजस्वी मण्डावी के नामांकन के दौरान 4 सितंबर को पार्टी के कई दिग्गज नेतागण दंतेवाड़ा में जुटेंगे। सूत्रों के मुताबिक पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह, प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेंडी, नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक और चुनाव प्रभारी शिवरतन शर्मा सहित सभी सांसद, विधायक दंतेवाड़ा में चार सितंबर से डेरा डालेंगे।
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बताया गया है कि 4 सितंबर को ओजस्वी मण्डावी नामांकन दाखिल करेंगी। इस दिन पूरे तामझाम और शक्ति प्रदर्शन के बीच नामांकन दाखिल किया जाएगा। इसके दूसरे दिन से दंतेवाड़ा विधानसभा के हर गांव में लगातार नेताओं के सभाओं का दौर चलेगा। इस बीच कुछ केंद्रीय नेताओं को भी बुलाने के प्रयास होंगे।
हालांकि, इसके पहले वह स्थानीय पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं के साथ दो सेट पहले ही जमा कर लेंगी। इसके बाद बड़ी रैली निकालकर नामांकन भरा जाएगा।
भाजपा संगठन ने तय किया है कि दंतेवाड़ा का चुनाव जीतने के लिए सभी नेता दंतेवाड़ा में रहेंगे। पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह भी ज्यादा से ज्यादा समय दंतेवाड़ा में देंगे और उनकी ज्यादा सभाएं कराने का प्रयास होगा। इसके अलावा प्रचार का जिम्मा प्रदेश के सभी सांसदों और विधायकों पर भी रहेगा। भाजपा ने इस चुनाव को गंभीरता से लेते हुए सभी को दंतेवाड़ा में जिम्मेदारी देने का फैसला किया है।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष विक्रम उसेंडी ने बताया कि चुनाव जीतने के लिए सभी पदाधिकारियों को जिम्मेदारी दी जा रही है। दंतेवाड़ा में प्रदेश के सभी बड़े नेताओं की लगातार सभाएं होंगी। वहीं मतदान से पहले केंद्रीय नेताओं को बुलाकर उनकी भी सभाएं कराने का प्रयास होगा। हालांकि, किन नेताओं की सभाएं होंगी यह अभी तय नहीं है।
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