अमरावती। आंध्र प्रदेश में रविवार को गोदावरी नदी में एक नौका के पलट जाने से करीब 12 लोगों की मौत हो गई है। नाव में 61 लोग सवार थे। 30 सदस्यीय एनडीआरएफ की दो टीमें राहत और बचाव कार्य में जुटी हैं। 23 लोगों को सुरक्षित बचा लिया गया है। वहीं इस हादसे में 30 से अधिक लोगों के लापता होने की आशंका जताई जा रही है।
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बता दें कि गोदावरी नदी पिछले कुछ दिनों से उफान पर है। जब यह हादसा हुआ तब नदी में बाढ़ आई हुई थी। नौका पर करीब 61 लोग सवार थे, जिनमें चालक दल के करीब 11 सदस्य भी शामिल हैं। सूत्रों ने बताया कि नौका कच्चुलुरु के पास पलट गई।
सीएम ने दिए ये निर्देश
मामले की गंभीरता को देखते हुए सीएम ने पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौतम सवांग और मुख्य सचिव एलवी सुब्रमण्यम को बचाव कार्यों की बारीकी से निगरानी करने और समय-समय पर रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। उन्होंने अधिकारियों को पर्यटकों को बचाने के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ से अतिरिक्त बल तैनात करने का निर्देश दिया। अधिकारियों को इस क्षेत्र में सभी नौका विहार सेवाओं को तत्काल निलंबित करने का भी सीएम ने निर्देश दिया है।
बचाव कार्य में हेलिकॉप्टर की मदद मुख्यमंत्री के निर्देश के बाद, पुलिस प्रमुख ने भारतीय नौसेना अधिकारियों से नाव दुर्घटना स्थल के लिए एक हेलिकॉप्टर तैनात करने के लिए सहायता मांगी है। उधर, राज्य के मुख्य सचिव एल वी सुब्रह्मण्यम ने पूर्वी गोदावरी के जिला कलेक्टर मुरलीधर रेड्डी से बात की और घटना के बारे में जानकारी ली है।
बिना लाइसेंस चल रही थी नाव
उधर, राज्य के पर्यटन मंत्री अवंती श्रीनिवास राव ने इस हादसे पर दुख जताया है। इसके साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि इस नाव (रॉयल वशिष्ठ) के पास विभाग से कोई लाइसेंस नहीं था। पर्यटन मंत्री ने कहा कि इस बारे में गहन जांच होगी।
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