बीजापुर। जहां एक और सीआरपीएफ के जवान नक्सलियों का बेबाकी से सामना कर उन्हें खदेड़ रहे हैं, वही एक दूसरी ओर मानवता का परिचय भी दे रहे है।
ऐसा ही एक वाक्या शनिवार को नजर आया जब सीआरपीएफ 168 बटालियन और 229 बटालियन की संयुक्त टीम नक्सल प्रभावित रायुगुड़ा, पुसकुंता और बहेगुड़ा इलाके में एरिया डोमिनेशन के लिए निकली थी। सर्चिंग के दौरान जवानों की नजर ग्रामीणों पर पड़ी। जब उन्होंने ग्रामीणों से बात की तो उन्होंने बताया कि पुसकुंता के एक ग्रामीण को जहरीले सांप ने कांट लिया है।
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सर्पदंश से पीड़ित ग्रामीण का देसी इलाज कर रहे हैं। लेकिन दो महीने पहले इसकी पत्नी को जहरीले सर्प ने कांट लिया था जिसका हमने देशी इलाज किया था लेकिन उसकी जान चली गयी थी। इसके बाद हम इसे इलाज के लिए अस्पताल ले जाना चाहते है लेकिन रास्ता खराब होने से हमें अस्पताल तक पहुंचने में दिक्कत हो रही है।
इतना सुनते ही जवानों ने आवापल्ली पीएचसी के एम्बुलेंस चालक से बात की लेकिन भारी बारिश की वजह से इस रास्ते में एम्बुलेंस नहीं पहुंचने की बात चालक ने जवानों से कही। तब जवानों ने ग्रामीण को खाट पर लेटाया और अपने कंधे पर लादकर 2.5 किमी पैदल चलकर एम्बुलेंस तक पहुंचाया तब जाकर ग्रामीण की जान बच पाई।