पंकज दाऊद @ बीजापुर। यहां से गंगालूर तक 25 किमी के चौड़ीकरण, कांक्रीट और डामरीकरण का काम एकदम कच्छप चाल से चल रहा है और वह भी अमानक। घटिया और लेटलतीफी वाले काम के लिए इस मामले में ईई, एसडीओ और एक सब इंजीनियर की तनख्वाह भी रोक दी गई है लेकिन काम में सुधार होता नहीं दिख रहा है।
गंगालूर-बीजापुर का काम पीएमजीएसवाय ने ठेके पर दिया है। अक्टूबर 2017 में शुरू इस काम में कोई तेजी नहीं दिख रही है। छह माह में इसकी मियाद खत्म हो जाएगी। काम की गति से नहीं लगता कि छह माह में गुणवत्ता का काम हो पाएगा क्योंकि एक माह बाद बारिश शुरू हो जाएगी। हालांकि ईई पीएम साहू ये दावा करते हैं कि काम पूरा हो जाएगा।
बता दें कि 25 किमी लंबी इस सड़क का ठेका 44 करोड़ रूपए का है और ठेकेदार को 25 करोड़ रूपए का भुगतान कर दिया गया है। इसमें सड़क का चौड़ीकरण, सीसी और फिर डामरीकरण का काम होना है। सीसी और डामरीकरण 5.5 मीटर तय है लेकिन इसकी असल चौड़ाई 9 मीटर है।
पुल और सीसी सड़क का काम अमानक है और इसके लिए कलेक्टर केडी कुुंजाम ने भी अफसरों की खिंचाई की थी। इसके बाद भी काम में सुधार नहीं हो पा रहा है।
सीसी सड़क और पुलों की क्यूरिंग ठीक से नहीं हो रही है। सीसी सड़क बनने के कुछ ही दिनों में उखड़ने लगी थी और उस पर डामर डालकर लीपापोती कर दी गई। इस मार्ग में 43 पुल बनने हैं और करीबन सभी पुल बन गए हैं। इस मामले को लेकर सरपंच मंगल राना समेत गांव के लोगों ने कलेक्टर केडी कुंजाम से शिकायत भी की थी।
Advertisement |
हालांकि, ईई पीएम साहू का दावा है कि छह माह में काम हो जाएगा। पुलों की घटिया हालत के बारे में उन्होंने कहा कि इन्हें ठीक ठाक करने निर्देश मिले हैं और तब तक उनके अलावा एसडीओ और सब इंजीनियर की तनख्वाह रोक दी गई है। ईई ने कहा कि काम की धीमी चाल सुरक्षा को लेकर भी है। नियमित रूप से फोर्स नहीं मिल पाती है ओैर बगैर सुरक्षा के काम नहीं किया जा सकता। पुलिस मना करती है।
घटिया हो रहा काम- सरपंच इस बारे में गंगालूर के सरपंच मंगल राना का कहना कि शिकायत के बाद भी काम धीमा है। पुलों में गुणवत्ता नहीं है। सीसी सड़क कई स्थानों पर इसलिए उखड़ गई क्योंकि क्यूरिंग ठीक से नहीं की गई और सीमेंट भी ठीक नहीं था। उन्होंने अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है।