बीजापुर। यहां अप्रैल के अंतिम दिनों में पारा 41 डिग्री सेल्सियस के पार हो गया है और भीषण गर्मी से बेहाल लोग अब दोपहर को कम ही घरों से बाहर निकल रहे हैं। इस वजह से भरी दोपहरी में सड़कों में सन्नाटा परसता दिखता है।
यहां पनारापारा स्थित मौसम विज्ञान केन्द्र के आंकड़ों पर गौर करें तो 28 अप्रैल को पारा 41.20 डिग्री सेल्सियस रेकाॅर्ड किया गया। केन्द्र के मुताबिक 16 अप्रैल को अधिकतम तापमान 39.9, 17 अप्रैल को 38.8, 18 अप्रैल को 39.3, 19 अप्रैल को 38.9, 20 अप्रैल को 38, 21 अप्रैल को 37.7, 22 अप्रैल को 37, 23 अप्रैल को 37.1, 24 अप्रैल को 39.7, 25 अप्रैल को 39.4, 26 अप्रैल को 40, 27 अप्रैल को 40.1 एवं 28 अप्रैल को 41.2 डिग्री सेल्सियस रेकाॅर्ड किया गया।
न्यूनतम तापमान की बात करें तो 16 अप्रैल को 23.4, 17 अप्रैल को 22.8, 18 अप्रैल को 25.4, 19 अप्रैल को 22.9, 20 अप्रैल को 23.2, 21 अप्रैल को 23.9, 22 अप्रैल को 20.9, 23 अप्रैल को 23.9, 24 अप्रैल को 21.2, 25 अप्रैल को 26, 26 अप्रैल को 26.4, 27 अप्रैल को 26 एवं 28 अप्रैल को 26.8 न्यूनतम तापमान दर्ज किया गया।
क्षेत्र में पड़ रही भीषण गर्मी से सबसे ज्यादा प्रभावित मुसाफिर हो रहे हैं। दही, लस्सी, फलों के रस और बोतलबंद कोल्ड ड्रिंक्स की डिमाण्ड काफी बढ़ गई है। इधर कूलर, एसी और फ्रिज की बिक्री में भी इजाफा हो गया है। गर्मी के चलते बिजली की खपत भी काफी बढ़ गई है।
पालिका ने लगाए प्याऊ:
सीएमओ पवन कुमार मेरिया ने बताया कि भीषण गर्मी के मद्देनजर सार्वजनिक प्याऊ की व्यवस्था की गई है। कलेक्टोरेट के सामने, पुराने बस स्टैण्ड, जयस्तंभ चौक, इंद्रावती टाइगर रिजर्व कार्यालय के सामने एवं नए बस स्टैण्ड में ये व्यवस्था की गई है। सभी जगह दैनिक वेतन पर एक-एक युवती को काम पर लगाया गया है। ये व्यवस्था 15 जून तक रहेगी।
परहेज से करें भोजन: सीएमएचओ डाॅ बीआर पुजारी के मुताबिक तेल और मसालेदार भोजन का इस्तेमाल करने से पाचन क्रिया पर प्रभाव पड़ सकता है। गर्मी में ऐसे भोजन से परहेज करना चाहिए। तरल भोजन का इस्तेमाल ज्यादा अच्छा होता है। उन्होंने कहा कि ज्यादा से ज्यादा पानी पीना चाहिए और धूप में कम ही निकलना चाहिए। जरूरी काम से बाहर निकलने पर चेहरे को ढक लेना चाहिए। धूप के चश्मे का भी इस्तेमाल करना चाहिए।